परमाणु हमले की धमकी के बीच 'मिलिट्री ड्रिल' करेंगे अमेरिका और दक्षिण कोरिया, भड़क गया उत्तर कोरिया!
अमेरिका और दक्षिण कोरिया अगले हफ्ते से साल के सबसे बड़े संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू करने जा रहे हैं। ऐसे में उत्तर कोरिया के तानाशाह का भड़कना लाज़मी है।
सियोल, 16 अगस्त : उत्तर कोरिया का अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ तनातनी काफी सालों से जारी है। दूसरी तरफ दोनों देशों के साथ बढ़ती तल्खी के बीच उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने धमकी दी थी कि, अगर जरूरत पड़ी तो वह इन देशों के खिलाफ परमाणु हथियार के इस्तेमाल से पीछे नहीं हटेगा। इन सबके बीच किम जोंग को भड़काने के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया अगले हफ्ते से साल का सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू करने जा रहा है।
द.कोरिया-अमेरिका सैन्य अभ्यास, तिलमिलाया किम जोंग उन
अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सबसे बड़े सैन्य अभ्यास करने के ऐलान के बाद उत्तर कोरिया में खलबली मच गई है। तानाशाह नेता पहले ही अपने हथियारों के परीक्षण और सियोल और वाशिंगटन के खिलाफ परमाणु संघर्ष की धमकी दे रहा है। वहीं,अमेरिका और द.कोरिया के बीच होने वाले सबसे बड़े सैन्य अभ्यास से किम जोंग उन का तिलमिलाना तय है। वह फिर अमेरिका और सियोल को धमकी दे सकता है।
दोनों देशों के घातक हथियार आसमान में गरजेंगे
खबर के मुताबिक,उल्ची फ्रीडम शील्ड (Ulchi Freedom Shield) के नाम से शुरू होने वाले ग्रीष्मकालीन सैन्य अभ्यास 22 अगस्त से 1 सितंबर तक चलेगा। खबरों के मुताबिक इस दौरान अमेरिका और दक्षिण कोरिया के घातक विमान, युद्धपोत, टैंक और उनके हजारों खतरनाक सैनिक साझा सैन्य अभ्यास करेंगे।
किम जोंग को भड़का रहा अमेरिका?
दूसरी तरफ अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा कि, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापानी नौसेनाओं ने 8 से 14 अगस्त तक हवाई के तट पर मिसाइल चेतावनी और बैलिस्टिक मिसाइल खोज और ट्रैकिंग अभ्यास में भाग लिया था। इसका मुख्य उद्देश्य उत्तर कोरिया के चुनौतियों का सामना करने के लिए त्रिपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाना था। हालांकि, अमेरिका और दक्षिण कोरिया अपने सैन्य अभ्यासों को रक्षात्मक बताते आ रहे हैं। 22 अगस्त से शुरू होने वाले सैन्य अभ्यास के कारण किम जोंग उन काफी नाराज हो सकते हैं। किम पहले ही बता चुके हैं कि, ये सारे अभ्यास आक्रमण से पहले के पूर्वाभ्यास हैं।
क्यो होता है सैन्य अभ्यास
बता दें कि, अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच इससे पहले हुए सैन्य अभ्यास में 10 हजार अमेरिकी और 2 लाख द.कोरियाई सैनिक शामिल थे। वहीं सियोल के रक्षा मंत्रालय और उनके संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अधिकारियों ने 22 अगस्त से शुरू होने वाले सैन्य अभ्यास में यूएस और दक्षिण कोरियाई सैनिकों की संख्या पर कोई टिप्पणी नहीं की। द.कोरिया रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मून होंग-सिक ने कहा, उलची फ्रीडम शील्ड का मतलब दक्षिण कोरिया-अमेरिका के बीच संयुक्त अभ्यास से दोनों के रक्षा क्षेत्र को और भी अधिक मजबूती प्रदान करता है।
अमेरिका उकसाता है
किम जोंग कहते हैं कि, 'उनके सशस्त्र बल किसी भी संकट से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उत्तर कोरिया की परमाणु युद्ध क्षमता भी पूरी तरह तैयार है।' उन्होंने अमेरिका पर अपनी शत्रुतापूर्ण नीतियों को न्यायसंगत ठहराने के लिए उत्तर कोरिया की 'खराब तस्वीर पेश करने' का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि अमेरिका-दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास अमेरिका के 'दोहरे मानदंड' के प्रतीक हैं, क्योंकि वह उत्तर कोरिया की नियमित सैन्य गतिविधियों को उकसावे या धमकियों के तौर पर दिखाता है।