बालाकोट एयर स्ट्राइक में भारत मां की बेटियां भी शामिल थीं: राजनाथ सिंह
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मेरा मानना है कि सशस्त्र बलों की किसी भी शाखा के दरवाजे महिला अधिकारियों के लिए बंद नहीं होने चाहिए। मैं जानता हूं कि शभी शाखाओं में महिलाओं के कमीशन के खिलाफ कुछ हद तक प्रतिरोध होता, लेकिन अब यह प्रतिरोध खत्म हो रहा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि महिलाएं वायुसेना की सभी शाखाओं, सेना की 8 शाखाओं और नौसेना की सभी गैर समुद्री शाखाओं में काम कर रही हैं। मैं आप लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि बाकी सभी शाखाओं को भी महिलाओं के लिए खोला जाएगा।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हाल ही में बालाकोट एयर स्ट्राइक की पहली वर्षगांठ मनाई गई, इस अभियान में भी स्क्वॉड्रन लीडर मिन्टी अग्रवाल जैसी भारत की सपूत बेटियां शामिल हुईं थी। अपने अदम्य साहस के लिए युद्ध सेवा मेडल पानी वाली वह पहली महिला अधिकारी हैं। मोदी सरकार में महिला सशक्तिकरण बुनियादी विषय रहा था। महिलाओं को सशक्त करने के लिए भारत सरकार ने कई नीतियां बनाई हैं और कई कार्यक्रम चल रहे हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि अपनी इच्छाशक्ति के लिए दम पर महिलाओं ने बदलते भारत की एक नई तस्वीर को पेश किया है।
रक्षामंत्री ने कहा कि शायद ही आज कोई ऐसा क्षेत्र हो जहां महिलाएं पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर नहीं चल रही हैं। आज महिलाएं पुरुषों के साथ कदमताल कर रही हैं। आने वाले समय में महिलाओं के रास्ते से अड़चनों को हटाया जाए तो कम से कम 1.5 करोड़ नए व्यवसाथ महिलाएं शुरू कर सकती हैं। इससे देश में करीब 6.4 करोड़ रोजगार पैदा किए जा सकते हैं।
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