'भारत में इकोनॉमी कारों के लिए 4 ही एयरबैग! क्या यहां जान की कीमत नहीं?' कार निर्माताओं से नितिन गडकरी
नई दिल्ली, 05 सितंबर। केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को इकोनॉमी कारों के निर्माताओं से सवाल किया और कहा कि कार निर्माता कंपनी निर्यात करने वाली कारों 6 एयरबैग डालती है, लेकिन जब वही यूनिट भारत के लिए कार बनाती है तो उसमें वे केवल चार एयरबैग ही डालती है। केंद्रीय मंत्री ये बड़ा सवाल कार निर्माता कंपनियों से किया है। गडकरी ने एक इंटरव्यू के दौरान ये बातें कही हैं।
सोमवार एक टीवी चैनले के इंटरव्यू में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कार निर्माता भारत के साथ भेदभाव क्यों कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि वो अपने निर्यात किए गए वाहनों में छह एयरबैग और भारतीय इकाइयों में सिर्फ चार क्यों लगाते हैं। दरअल, गडकरी सोमवार को एक कार्यक्रम मे न्यूज चैनल इंडिया टुडे के एक पत्रकार से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इकोनॉमी कारों के निर्माताओं द्वारा दिया गया तर्क कि एयरबैग की संख्या बढ़ाने से वाहन की लागत पर काफी प्रभाव पड़ेगा लेकिन ऐसा नहीं है। ये एक धोखाधड़ी है।
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केंद्रीय मंत्री ने उस सड़क दुर्घटना पर भी बात की जिसमें टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद-मुंबई राजमार्ग पर यातायात का प्रवाह बहुत अधिक है और राजमार्ग बहुत खतरनाक है। वहीं गडकरी ने कहा कि एक वाहन में एक एयरबैग बढ़ाने की लागत 900 रुपये तक आ सकती है। कार मे अनिवार्य रूप से छह एयरबैग लगाने की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है।