कौन है पाकिस्तान में मौत की सजा पाए कुलभूषण जाधव जिन पर ICJ ने दिया है फैसला
भारत सरकार ने माना है कि कुलभूषण जाधव इंडियन नेवी का रिटायर्ड ऑफिसर है लेकिन सरकार ने इस बात को मानने से साफ इंकार कर दिया है कि जाधव किसी तरह से भी सरकार से जुड़ा कोई व्यक्ति है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट ने भारत के नागरिक और इंडियन नेवी के पूर्व ऑफिसर रहे कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाई थी। इस सजा पर गुरुवार को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) ने रोक लगा दी है। जाधव को पिछले वर्ष उस समय गिरफ्तार कर लिया गया था जब वह ईरान के रास्ते बलूचिस्तान में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे। कुलभूषण का एक वीडियो भी पाक की सेना की ओर से जारी किया गया था जिसमें कई तरह के दावे किए गए थे। आइए आपको बताते हैं कि कौन है यह कुलभूषण जाधव।
कौन है कूलभूषण जाधव
कुलभूषण जाधव इंडियन नेवी का एक रिटायर्ड ऑफिसर है जिस पर पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि वह भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानी रॉ के लिए जासूसी करता है। मार्च 2016 में ईरान के रास्ते बलूचिस्तान में जब वह दाखिल हो रहा था तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। भारत का गिरफतारी के बाद कहा था कि कुलभूषण, ईरान में कानूनी तरीके से अपना कारोबार चलाता है और पाक में उसका अपहरण कर लिया गया हो।
क्या कहा था भारत सरकार ने
भारत की सरकार ने जाधव की गिरफ्तारी के बाद कहा था कि उस ईरान से गिरफ्तार किया गया है। वह इंडियन नेवी का रिटायर्ड ऑफिसर जरूर है लेकिन उसका सरकार से कोई लेना देना नहीं है। अप्रैल 2016 में पाकिस्तान की सरकार ने उस पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगा दिए। इस वर्ष मार्च में पाकिस्तान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने संसद में जानकारी दी कि जाधव को भारत प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा। जाधव को पाकिस्तान में काउंसलर भी नहीं दिया गया था।
मुंबई के रिटायर्ड एसीपी का बेटा
जाधव के बारे में कहा जाता है कि वह मुंबई के एक रिटायर्ड एसीपी का बेटे हैं। उनके पास से जो कागजात बरामद हुए उनके मुताबिक वह मुंबई के रहने वाले हैं। नेवी से प्री-मैच्योर रिटायरमेंट लेकर बिजनेस में शामिल थे। वहीं पाकिस्तान की ओर से जो पासपोर्ट मीडिया को दिखाया गया उसमें उनका मुबारक हुसैन पटेल दर्ज है और उन्हें ईरान से वीजा मिला था। इस पासपोर्ट के बाद से सवाल उठे कि कहीं पाकिस्तान कोई खेल तो नहीं खेल रहा है।
वीडियो में पाक के दावे
पिछले वर्ष मार्च में कुलभूषण का जो वीडियो आया था उसे भारत में विशेषज्ञों ने पूरी तरह से फर्जी करार दिया था। इस वीडियो में जाधव ने जो कुछ भी बताया था उसके मुताबिक नाम कुलभूषण जाधव है और नंबर 41558Z है। इंडियन नेवी का सर्विंग ऑफिसर और इंजीनियरिंग कैडर का है। उसका जासूसी नाम हुसैन मुबारक पटेल जो उसे भारतीय एजेंसी ने दिया था।
एनडीएस से पासआउट
जाधव ने वीडियो में कहा था कि वह वर्ष 1987 में एनडीए से पासआउट और 1991 में इंडियन नेवी में शामिल हुआ था। वर्ष 2001 दिंसबर में संसद हमले के बाद से इंटेलीजेंस जानकारियां देने लगा। इंडियन नेवी का हिस्सा और वर्ष 2022 में रिटायरमेंट। वर्ष 2002 में 14 वर्ष की सर्विस पूरी होने के बाद रिटायरमेंट लिया और इंटेलीजेंस ऑपरेशंस का हिस्सा बन गया।
ईरान में बिजनेस की जानकारी
जाधव ने कहा कि वर्ष 2003 में ईरान के चाबहार में छोटा बिजनेस शुरू किया था। वर्ष 2003 में ही बिना किसी रोक टोक के कराची का दौरा किया। वर्ष 2004 में भारतीय एजेंसी रॉ के लिए कुछ इंतजाम किए। रॉ ने वर्ष 2013 में जाधव को संगठन में शामिल किया। उसके बाद से ही बलूचिस्तान और कराची में जानकारियां इकट्ठा करने लगा।
रॉ के बारे में कहीं थीं कई बातें
जाधव ने बताया था कि वह रॉ के ज्वाइंट सेक्रेटरी अनिल कुमार के लिए काम करता है। उसका मकसद बलूचिस्तान में मौजूद आतंकी तत्वों की मदद से वहां गतिविधियां चलाना था। सभी गतिविधियां अपराधिक और आतंकी कार्यों से जुड़ी थीं जिनमें पाक नागरिकों की हत्या भी शामिल था। तभी पता लगा कि रॉ बलूचिस्तान में आजादी के लिए चलाए जा रहे आंदोलन में शामिल है। रॉ बलूच आंदोलन को पैसा देती है और कई गतिविधियों का समर्थन करती है। ग्वादर, पासनी, जीवानी और दूसरी संस्थाओं के बारे में कई अहम जानकारियां उसके पास हैं।
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