कौन हैं IIT कानपुर की डॉ. बुशरा अतीक, जिन्हें मिलेगा सन फार्मा साइंस फाउंडेशन रिसर्च अवार्ड
कौन हैं IIT कानपुर की डॉ. बुशरा अतीक, जिन्हें मिलेगा सन फार्मा साइंस फाउंडेशन रिसर्च अवार्ड
नई दिल्ली, 23 जनवरी: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (आईआईटी कानपुर) के ''बायोलॉजिकल साइंसेज एंड बायो इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट'' की एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर बुशरा अतीक को प्रतिष्ठित सन फार्मा साइंस फाउंडेशन रिसर्च अवार्ड-2021 के लिए चुना गया है। डॉक्टर बुशरा अतीक के साथ-साथ ये सम्मान दो अन्य वैज्ञानिकों को भी मिल रहा है। डॉक्टर बुशरा अतीक और 2 अन्य को विज्ञान की उन्नति में मदद करने के लिए उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए ये सम्मान दिया जा रहा है। डॉक्टर बुशरा अतीक को शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से भी 2020 में नवाजा गया था। आइए जानें कौन हैं डॉ. बुशरा अतीक?
कौन हैं डॉ. बुशरा अतीक?
डॉ. बुशरा अतीक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर में एक शोधकर्ता और एसोसिएट प्रोफेसर हैं, जो कैंसर जीव विज्ञान और आणविक ऑन्कोलॉजी विभाग की एक्सपर्ट हैं। डॉ. बुशरा अतीक के प्रमुख क्षेत्र आनुवंशिक और एपिजेनेटिक परिवर्तनों की खोज में निहित है। एपिजेनेटिक परिवर्तन जीन अभिव्यक्ति के संशोधन के कारण जीवों में होने वाले परिवर्तनों के अध्ययन को दर्शाता है। इसके अलावा डॉ. बुशरा अतीक इस क्षेत्र में नई रणनीतियों और दृष्टिकोणों को नियोजित करके प्रगति के लिए शोध भी करती हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पढ़ी हैं बुशरा अतीक
बुशरा अतीक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा हैं, जहां से उन्होंने अपनी पीएच.डी. डिग्री ली है। बुशरा अतीक ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली में अनुसंधान सहयोगी के रूप में अपना करियर शुरू किया था। उसके बाद वह उसी प्रोफाइल पर वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) में शामिल हो गईं।
कनाडा में भी काम कर चुकी हैं बुशरा
बुशरा अतीक बाद में 2005 में दो साल के लिए पोस्टडॉक्टरल फेलो के रूप में कनाडा के मैकगिल विश्वविद्यालय में शामिल हो गईं। अतीक पहले मिशिगन विश्वविद्यालय में रिसर्च फेलो के रूप में शामिल हुई और फिर रिसर्च इन्वेस्टिगेटर के रूप में वहां काम किया। मिशिगन विश्वविद्यालय में बुशरा अतीक को मिशिगन सेंटर फॉर ट्रांसलेशनल पैथोलॉजी में डॉ. अरुल चिन्नायन के समूह में प्रशिक्षित किया गया था।
कैंसर पर रिसर्च कर रही हैं बुशरा अतीक
कैंसर के क्षेत्र में शामिल अनुसंधान के अपने लक्ष्यों में, बुशरा अतीक कैंसर में शामिल जटिल आणविक घटनाओं को समझना चाहती है, प्रारंभिक नैदानिक मार्करों की पहचान करना, मूल्यवान चिकित्सीय लक्ष्य और कैंसर की प्रगति में शामिल सिग्नलिंग घटनाओं को समझना चाहती हैं।
2013 में IIT कानपुर से जुड़ीं बुशरा अतीक
बुशरा अतीक 2013 में आईआईटी कानपुर में शामिल हुईं और वर्तमान में जैविक विज्ञान और बायोइंजीनियरिंग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थान आईआईटी कानपुर के आधिकारिक हैंडल ने 21 जनवरी, 2022 को डॉ बुशरा अतीक की उपलब्धि के बारे में अपने सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट किया था। सन फार्मा द्वारा यह पुरस्कार भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा किए गए महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देता है जो विज्ञान की प्रगति में मदद कर रहे हैं।