दिल्ली पर पड़ा चमोली आपदा का असर, पानी की हो सकती है किल्लत, लगेगी लंबी लाइन
नई दिल्ली। उत्तराखंड के चमोली में आई आपदा का असर राजधानी दिल्ली में देखने को मिल रहा है। दिल्ली में पानी की किल्लत हो सकती है। दरअसल हुआ ये है कि उत्तराखंड आपदा के चलते गंगा नहर में हद से ज्यादा मलबा, माद, कीचड़, लकड़ी की राख और पौधों के टुकड़े आदी आ रहे हैं। इसके चलते दिल्ली जल बोर्ड के सोनिया विहार और भागीरथी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अपनी क्षमता से नीचे काम कर रहे हैं। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। राघव चड्ढा के मुताबिक 'पर्याप्त संख्या में पानी के टैंकर आदि तैनात किए जा रहे हैं और पानी का मैलापन कम करने के लिए भी कोशिश जारी हैं।'

इसे लेकर राघव चड्ढा ने ट्वीट कर लोगों से अपील की। उन्होंने कहा कि हम नागरिकों से पानी ध्यान से इस्तेमाल करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम नागरिकों से पानी ध्यान से इस्तेमाल करने की अपील कर रहे हैं। उचित संख्या में वॉटर टैंकों को लगाया जा रहा है। दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक साउथ दिल्ली के साथ-साथ ईस्ट दिल्ली और नार्थ ईस्ट दिल्ली में पानी की सप्लाई में दिक्कत आ सकती है. जल बोर्ड ने जरूरत के मुताबिक पानी के टैंकर इन इलाकों में भेजे जाने की तैयारी कर ली है। मलबे, गाद, कीचड़, शैवाल, पौधों के टुकड़े, पिघलने वाले ग्लेशियर, चूरा, लकड़ी की राख या पानी में रसायनों के कारण टर्बिडिटी बढ़ सकती है।
इस कारण दिल्ली जलबोर्ड अपनी तैयारियां पहले से ही कर रहा है लेकिन जल बोर्ड की अपनी सीमाएं हैं। अगर पानी को लेकर लगाई जा रही आशंका सही रही तो चमोली घटना का प्रभाव दिल्ली वासियों पर भी पड़ सकता है। और उन्हें पानी के लिए टैंकरों के आगे लाइन लगानी पड़ सकती है। आपको बता दें कि 7 फरवरी के दिन चमोली में आई त्रासदी के बाद से लेकर अब तक मरने वालों की संख्या 50 हो चुकी है. अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रविवार के दिन ही 12 शव पाए गए हैं