Video: पाकिस्तान की कैद में विशाखापट्टनम के वी प्रशांत का मम्मी-डैडी के लिए खास मैसेज
नई दिल्ली। पाकिस्तान ने दो भारतीयों को जासूसी के शक में गिरफ्तार किया है। भारत की तरफ से इन्हें आजाद कराने की कोशिशें की जा रही हैं मगर अभी तक कोई सफलता नहीं मिल सकी है। इस बीच एक भारतीय नागरिक वी प्रशांत का एक वीडियो ट्विटर पर आया है और इस वीडियो में वह अपने माता-पिता को यह संदेश देते हुए नजर आ रहे हैं कि वह करीब एक माह बाद ही घर लौट सकेंगे। इस पूरे मसले पर इस्लामाबाद से कुछ माह पहले जानकारी मांगी गई थी लेकिन अभी तक कोई भी जवाब नहीं दिया गया है।
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'मम्मी डैडी आप कैसे हैं'
जिन दो भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है उनमें से एक आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के रहने वाले प्रशांत हैं और एक का नाम डुरमी लाल है। डुरमी लाल मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि प्रशांत पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। प्रशांत का जो वीडियो सामने आया है उसमें वह पुलिस वालों से अनुरोध करते हैं कि उन्हें उनकी मातृभाषा जो तेलगु है उसमें ही बात करने की मंजूरी दी जाए। पाक के पुलिस ऑफिसर्स उनकी बात को मान लेते हैं। इसके बाद प्रशांत अपने माता-पिता से कह रहे हैं, 'मम्मी-डैडी आप कैसे हैं। मैं यहां पर ठीक हूं। पुलिस ने पुलिस स्टेशन से लेकर कोर्ट जा रही है। उनका कहना है कि उन्हें मुझसे कोई शिकायत नहीं हैं।'
एक माह बाद ही मिल सकेगी जमानत
प्रशांत ने आगे कह कर रहे हैं, 'वह मुझे कोर्ट ले जाने के बाद फिर से जेल ले जाएंगे। जेल से हम भारतीय दूतावास को कॉल करेंगे। इसके बाद मैं आपको कॉल करूंगा। इस पूरी प्रक्रिया में एक माह का समय लगेगा। एक माह बाद अगर संभव हुआ तो मैं आजाद हो जाउंगा। जमानत की प्रक्रिया में कम से कम एक माह का समय लगेगा। इसलिए जेल से मैं एक माह बाद ही छूट पाउंगा।' बताया जा रहा है कि पाकिस्तान पुलिस ने इन्हें बहावलपुर जिले के छोलीस्तान रेगिस्तान से पकड़ा है। एक वीडियो भी ट्विटर पर आया है जो इन भारतीयों से ही जुड़ा हुआ है।
जाधव के केस में उलझा भारत, अब नया सिरदर्द
भारत पहले ही पाक की जेल में बंद कुलभूषण जाधव को रिहा कराने की जी-तोड़ कोशिशें कर रहा है। अब इस नए घटनाक्रम ने चिंताओं को दोगुना कर दिया है। पाकिस्तान की ओर से इससे पहले दो भारतीय नागरिकों कुक अजय मिस्त्री और भारतीय इंजीनियर वेणुमाधव डोंगारा को आतंकवादी साबित कर ब्लैकलिस्ट कराने की कोशिशें की जा चुकी हैं। मिस्त्री को तो पाकिस्तान अल कायदा प्रतिबंध समिति के सामने आईएसआईएस के उस आतंकी के तौर पर बताने की कोशिशों में लगा था जो पाकिस्तान में हमले करने की साजिशों में लगा हुआ है।