डोकलाम से सेना हटाने पर राजी होने के बाद चीन का मोदी सरकार को एक तोहफा
डोकलाम में करीब दो महीने से एक-दूसरे के आमने-सामने खड़ी सेनाओं को भारत और चीन ने हटाने का फैसला किया है। सोमवार को डोकलाम से सेना हटाने की घोषणा के बाद चीन ने भारत से खराब होते रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए एक ओर बड़ा ऐलान कर दिया। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने डोकलाम के पास चले रहे अपने सड़क निर्माण कार्य को भी रोक दिया है। भारत डोकलाम स्थित ट्राई जंक्शन के पास चीन के सड़क निर्माण कार्य का लगातार विरोध कर रहा था। ट्राई जंक्शन वो जगह हैं जहां से भारत, भूटान और चीन की सीमाएं मिलती हैं।
खबरों के मुताबिक चीन ने डोकलाम इलाके से अपने बुलडोजर्स को हटा लिया है। बता दें जून महीने से दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बयान जारी करके कहा कि धीरे-धीरे दोनों देशों की सीमाएं पीछे हटेंगी।
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भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि डोकलाम क्षेत्र में दोनों देशों के सैनिकों को आमने-सामने से तत्परता से हटाने को लेकर सहमति बनी है और अब यह प्रक्रिया आरंभ हो गई है।
हालांकि चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अभी भारत की सेना ही पीछे हटेगी। साथ ही कहा गया है कि चीन की सेना डोकलाम इलाके में पेट्रोलिंग करती रहेगी। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होआ चुनियांग बयान जारी करके बताया कि 28 अगस्त को भारत ने डोकलाम इलाके से अपनी सेना और उपकरणों को सीमा रेखा से हटा लिया है। होआ ने कहा कि डोकलाम इलाके में चीनी सेना की गश्त जारी रहेगी। चीनी सेना कब हटेगी इस बारे में होआ ने कुछ नही ंकहा।
बता दें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ समय बाद ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने चीन के दौरे पर जाने वाले हैं। मोदी के चीन दौरे से पहले दोनों देशों की सेनाओं का पीछे हटना भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है।
भारत और चीन को लेकर कई सालों से सीमा विवाद चल रहा है। 15 अगस्त को भी भारत और चीन की सेनाओं के बीच पेंगोंग झील के पास टकराव की खबरें आई थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दोनों सेनाओं के बीच पत्थराव भी हुआ था। पत्थरबाजी में दोनों देश के सैनिकों को हल्की चोटें भी आई थी।