TMC नेताओं ने सुरक्षाबलों के खिलाफ कार्यकर्ताओं को भड़काया, कहा- दिखें तो झाडू लेकर दौड़ा लेना
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने चुनाव ड्यूटी में लगाए गए सुरक्षाबलों को लेकर एक बेहद ही आपत्तिजनक टिप्पणी की है। चुनाव आचार संहिता की भी सरेआम धज्जियां उड़ाते हुए टीएमसी की नेताओं ने कार्यकर्ताओं और मतदाताओं से राज्य में केंद्रीय सुरक्षाबलों का स्वागत नहीं करने के लिए आग्रह किया है। इस संबंध में एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें टीएमसी की विधायक रत्ना घोष ने कार्यकर्ताओं से झाड़ू लेकर केंद्रीय बलों के जवानों का पीछा करने को कहा है।
लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है
चकदाह से विधायक रत्न घोष ने कार्यकर्ताओं को उकसाते हुए कहा है कि उन्हें चुनावी ड्यूटी में तैनात जवानों से डरने की जरूरत नहीं है। आप सभी ध्यान रखें कि हमें यह युद्ध जीतना है। और लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। युद्ध के लिए आप जो चाहें उसका उपयोग कर सकते हैं। सब कुछ जायज है मैंने पार्टी कार्यकर्ताओं को 2016 के चुनाव में केंद्रीय बलों के हाथों पिटते हुए देखा है। मैंने देखा था कि उस दौरान कितना खूनखराबा हुआ।
कार्यकर्ता झाडू से उनकी पिटाई कर उन्हें वापस भेजने पर मजबूर करें
रत्ना ने कहा कि, लेकिन अब जब भी वह हमें रोकने की कोशिश करें तो महिला कार्यकर्ता, नेता और कार्यकर्ता झाडू से उनकी पिटाई कर उन्हें वापस भेजने पर मजबूर करें। यही नहीं पार्टी के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने भी सुरक्षाबलों को लेकर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। केंद्रीय बल आएंगे। चिंता करने की कोई बात नहीं है। लेकिन अगर वे कुछ गलत कर रहे हैं, तो उन्हें बख्शें नहीं। हम वहाँ हैं। अगर वे कुछ गलत करते हैं तो उन्हें ना छोड़ें। कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह कौन है, जल्दी जाओ और वोट करो। चिंता करने की कोई बात नहीं है।
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विदेशी एक्टरों को प्रचार में उतार फंसी टीएमसी
इससे पहले मंगलवार को टीएमसी ने बंगाल में बांग्लादेश के दो अभिनेता फिरदौस अहमद और गाज़ी अब्दुन नूर को प्रचार के लिए मैदान में उतारा था। जिसका बीजेपी ने कड़ा विरोध जताया था। इस घटना के बाद गृह मंत्रालय ने इस पर एक रिपोर्ट मांग ली थी। जिसके बाद गृह मंत्रालय ने फिरदौस अहमद और गाज़ी अब्दुन नूर को देश छोड़ने का आदेश जारी कर दिया था। बता दें कि पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव हो रहे हैं। हाल ही पश्चिम बंगाल में हुई हिंसक घटनाओं के चलते केंद्रीय बलों की बड़े पैमाने पर तैनाती की गई है।
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