67 साल बाद एयर इंडिया की हो सकती है 'घर वापसी', TATA ने टेकओवर के लिए लगाई बोली
नई दिल्ली, 15 सितंबर: कर्ज में डूबी सरकारी एविएशन कंपनी एयर इंडिया के टेकओवर के लिए टाटा ने बोली लगाई है। डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया विनिवेश के लिए वित्तीय बोलियां लगाई जा रही है, जिसकी प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। टाटा ने एयर इंडिया के विनिवेश के लिए बोली लगाई है।
खबरों के मुताबिक बुधवार (15 सितंबर) को एयर इंडिया की बोली प्रक्रिया पूरी करने की उम्मीद है। टाटा संस ने जाहिर तौर पर बिक्री के लिए अपनी बोली जमा कर दी है। वित्त मंत्रालय ने बताया कि एयरलाइन को अपनी विनिवेश प्रक्रिया के लिए वित्तीय बोलियां टाटा सहित प्राप्त हुईं। निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव ने कहा कि एयर इंडिया के विनिवेश के लिए वित्तीय बोलियां लेनदेन सलाहकार को मिलीं है। प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है।
वहीं उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पहले साफ किया था कि प्रक्रिया के लिए 15 सितंबर की समय सीमा तय है और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। मौजूदा वक्त में एयर इंडिया पर लगभग ₹43,000 करोड़ का कर्ज है, जिसमें से ₹22,000 करोड़ भी एयर इंडिया एसेट होल्डिंग लिमिटेड (AIAHL) को ट्रांसफर किए जाएंगे।
बता दें कि सरकार एयरलाइन और इसकी कम लागत वाली शाखा एयर इंडिया एक्सप्रेस में 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। वर्तमान में एयरलाइन घरेलू हवाई अड्डों पर 4,400 से अधिक घरेलू और 1,800 अंतरराष्ट्रीय लैंडिंग और पार्किंग स्लॉट के साथ-साथ विदेशों में 900 स्लॉट को नियंत्रित करती है।
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गौरतलब है कि टाटा ने 1932 में टाटा एयरलाइंस की स्थापना की, जिसे बाद में 1946 में एयर इंडिया नाम दिया गया। सरकार ने 1953 में एयरलाइन का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया लेकिन जेआरडी टाटा 1977 तक इसके अध्यक्ष बने रहे। वहीं अब अगर ये सौदा पक्का हो जाता है तो 67 साल बाद विमान कंपनी की एक तरह से घर वापसी हो सकती है।