लोकसभा चुनाव में इस उम्मीदवार के प्रचार की वजह से स्वरा भास्कर का हुआ बड़ा नुकसान
नई दिल्ली। फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं और वह तमाम राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर अपने विचार भी रखती हैं, जिसकी वजह से कई बार लोग उन्हें ट्रोल करते हैं और उनकी आलोचना भी करते हैं। खुद स्वराज भास्कर ने इस बारे में कई बार खुलकर लोगों को जवाब दिया है। सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता की वजह से स्वरा भास्कर को व्यक्तिगत नुकसान भी उठाना पड़ा है। स्वरा भास्कर का कहना है कि समय आ गया है कि बॉलीवुड सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को फिल्मों में संजीदगी और जिम्मेदारी से दिखाए।
जिम्मेदार
सिनेमा
की
जरूरत
स्वरा
भास्कर
ने
कहा
कि
समय
है
कि
बॉलीवुड
और
अन्य
स्थानीय
भाषा
की
इंडस्ट्री
मुद्दों
को
और
जिम्मेदारी
से
दिखाए।
कई
स्तर
पर
हम
लोग
अपने
जीवन
में
बेहतर
सुविधाओं
के
साथ
जीते
हैं,
लेकिन
अगर
अल्पसंख्यक
समुदाय
यह
कह
रहा
है
कि
समाज
में
असहिष्णुता
है
तो
हमे
उसे
सुनना
चाहिए,
मुमकिन
है
कि
आपने
ऐसा
महसूस
नहीं
किया
हो
क्योंकि
आप
अल्पसंख्यक
समाज
से
नहीं
है।
अगर
दलित
यह
कहता
है
कि
मुझें
लिंचिंग
का
डर
रहता
है
तो
हमे
उसकी
बात
को
सुनना
चाहिए।
आपके
साथ
ऐसा
नहीं
हुआ,
इस
वजह
से
उसे
अनसुना
नहीं
करना
चाहिए,
इसका
कतई
मतलब
यह
नहीं
होता
है
कि
यह
किसी
और
के
साथ
नहीं
हो
सकता
है।
फिल्मों
ने
बदली
राय
स्वरा
ने
कहा
कि
तनु
वेड्स
मनु,
जब
वी
मेट
जैसी
फिल्मों
ने
लोगों
को
दिखाया
कि
एक
महिला
भी
बिगड़ैल
हो
सकती
है
और
अपनी
मर्जी
से
जिंदगी
को
जी
सकती
है,
बावजूद
इसके
वह
गलत
लड़की
नहीं
है।
स्वरा
भास्कर
अक्सर
अपनी
बात
को
खुलकर
रखती
हैं
और
वह
अपनी
राय
लोगों
के
सामने
रखने
में
संकोच
नहीं
करती
हैं।
अपने
व्यक्तिगत
जीवन
के
बारे
में
स्वरा
ने
कहा
कि
बतौर
सेलेब्रिटी
आप
लोगों
के
निशाने
पर
ज्यादा
रहते
हैं।
अगर
हम
खुलकर
अपनी
राय
रखते
हैं
तो
हम
उन्ही
लोगों
की
कतार
में
आकर
खड़े
हो
जाते
हैं
जो
गलत
करने
वालों
को
सजा
नहीं
दे
सकते
हैं।
चार
ब्रांड
से
हाथ
धोना
पड़ा
स्वरा
ने
बताया
कि
जब
मैंने
लोकसभा
प्रत्याशी
के
लिए
चुनाव
प्रचार
किया
तो
मुझे
चार
ब्रांड
के
प्रचार
से
हाथ
धोना
पड़ा
था।
तीन
कार्यक्रम
का
कॉन्ट्रैंक्ट
खत्म
हो
गया।
मैं
यह
नहीं
कह
रही
हूं
कि
मैं
बहुत
महान
हूं,
लेकिन
अगर
कोई
सुपरस्टार
अपनी
साधारण
बात
को
साझा
करता
है
तो
उसका
मजाक
उड़ाया
जाता
है,
यही
नहीं
कोई
दूसरा
अगर
अपनी
राय
रखता
है
तो
उसकी
कार
पर
पत्थर
फेंका
जा
सकता
है।
ऐसे
में
कोई
क्यों
अपनी
राय
को
लोगों
के
बीच
रखेगा।
बता
दें
कि
स्वरा
भास्कर
ने
बेगुसराय
से
उम्मीदवार
कन्हैया
कुमार
के
लिए
प्रचार
किया
था।