सुशांत केस की जांच के लिए मुंबई पहुंचे पटना एसपी क्वारंटाइन, नाराज कंगना रनौत ने कहा- गुंडाराज...
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला लगातार उलझता जा रहा है। इस केस की जांच मुंबई पुलिस कर रही है लेकिन पुलिस के हाथ अब भी खाली है। जिसके बाद सुशांत के परिवार ने पटना में एफआईआर दर्ज करवाई है। इस मामले की जांच के लिए पटना से पुलिस की एक टीम मुंबई आई है और कुछ दिनों में कई बड़े खुलासे कर दिए हैं। इस बीच पटना पुलिस की टीम को लीड करने के लिए आए एसपी विनय तिवारी को 'जबरन' क्वारंटाइन कर लिया गया है। जिससे लोगों में काफी नाराजगी है। इसपर अभिनेत्री कंगना रनौत की प्रतिक्रिया भी आई है।
प्रधानमंत्री से दखल देने की अपील
कंगना ने ट्वीट करते हुए कहा है, 'ये क्या है? गुंडाराड? हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ये कहना चाहते हैं कि अगर हम सुशांत सिंह राजपूत के दोषियों का पता नहीं लगा पाए, तो कोई भी आउटसाइडर मुंबई में सुरक्षित नहीं रहेगा। अपराधी अधिक से अधिक शक्तिशाली हो रहे हैं, कृपया दखल दें और इस केस को अपने हाथ में लें।' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को टैग करते हुए लिखा है, 'इस शख्स को आईपीएस मेस की इजाजत नहीं दी गई और जबरन क्वारंटाइन किया गया क्योंकि मुंबई में फिलहाल पप्पू राज है, केवल नेपो माफिया ही लोगों के साथ इस तरह का व्यावहार करते हैं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शर्म करो।'
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बीएमसी ने बताया ये कारण?
इसपर बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने कहा है कि 'मुंबई एयरपोर्ट पर घरेलू उड़ानों को लेकर जो नियम लागू हुए हैं, उन्हीं के आधार पर विनय तिवारी को क्वारंटाइन किया गया है।' समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार बीएमसी ने कहा, 'प्रशासन को कल जानकारी मिली थी कि बिहार पुलिस के अधिकारी आ रहे हैं। वह घरेलू उड़ान से आने वाले यात्री हैं, तो उन्हें 25 मई को घरेलू क्वारंटाइन को लेकर जारी सरकार की गाइडलाइन का पालन करना पड़ेगा। एक टीम ने उन्हें क्वारंटाइन में छूट के लिए कैसे आवेदन करना है, ये बता दिया है।'
बिहार सीएम- जो हुआ गलत है
इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है, 'उनके (विनय तिवारी) साथ जो हुआ वो गलत है। ये राजनीतिक नहीं है, बिहार पुलिस अपनी ड्यूटी कर रही है। हमारे DGP उनसे बातचीत करेंगे।' भाजपा विधायक राम कदम ने कहा, 'सुशांत सिंह राजपूत केस में शुरू से ही महाराष्ट्र सरकार का रवैया शक के घेरे में रहा है, मामले की जांच के लिए बिहार से बड़े ऑफिसर मुंबई आए और उन्हें 15 दिन के लिए क्वारंटाइन कर लिया गया। उन्होंने इस भय से उन्हें क्वारंटाइन किया कि कहीं सत्य सबके सामने न आ जाए।' बिहार में मंत्री संजय झा ने कहा, 'बिहार पुलिस के चार अधिकारी पहले से मुंबई में हैं, वो भी वहां फ्लाइट से ही गए थे लेकिन उन्हें क्वारंटाइन नहीं किया गया। हमने जांच में तेजी लाने के लिए आईपीएस अधिकारी को भेजा लेकिन जब उन्होंने जांच शुरू कर दी तो उन्हें क्वारंटाइन कर लिया गया।'
बिहार डीजीपी ने क्या कहा?
बिहार डीजीपी गप्तेश्वर पांडे ने कहा, 'हम वहां डीजीपी और अन्य अधिकारियों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में बोलने के लिए मेरे पास और कुछ नहीं है।' मुंबई पुलिस की जांच सवालों के घेरे में है और उसपर आरोप लग रहे हैं कि वह बिहार से आई पुलिस टीम का जांच में सहयोग नहीं कर रही है। बिहार पुलिस के अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि चार सदस्यीय टीम को जांच के लिए मुंबई भेजा गया था। टीम ने कई साक्ष्य जुटाए थे। जिसके सुपरविजन के लिए रविवार को पटना से एसपी विनय तिवारी को भेजा गया लेकिन बीएमसी ने उन्हें जबरन क्वारंटाइन कर लिया है।
पटना एसपी विनय तिवारी को जबरन क्वारंटाइन किए जाने पर BMC ने दिया ये जवाब