कमलनाथ भी नहीं रोक पाएंगे एमपी में चौथी बार कमल खिलने से, सर्वे में दावा पर सीटें होंगी कम
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर से सत्ता में लौट सकते हैं। हाल ही में हुए सर्वे में यह बात सामने आई है कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बार फिर से भाजपा सरकार बनाने में सफल होगी। हालांकि सर्वे में यह बात सामने आई है कि भाजपा की सीटों की संख्या में कमी आएगी, लेकिन कमलनाथ शिवराज सिंह की सरकार को फिर से सत्ता में आने में नहीं रोक पाएंगे। एक टीवी चैनल के ओपीनियन पोल में यह बात सामने आई है कि भाजपा को 153 सीटों पर जीत मिल सकती है।
153 सीटों पर मिल सकती है जीत
सर्वे के मुताबिक मध्य प्रदेश विधानसभा की कुल 230 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 153 सीटों पर जीत मिलेगी, जबकि कांग्रेस के खाते में 58 सीटें आ सकती हैं। यह सर्वे 15 मार्च से 20 अप्रैल के बीच कराया गया है। जिसमे एक और बात सामने आई है कि प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी भी मजबूत होगी। सर्वे के मुताबिल इस बार के चुनाव में बसपा मबूत होगी और उसे चुनाव में 12 सीटों पर जीत मिल सकती हैं। वहीं अगर निर्दलीय उम्मीदवारों की बात करें तो उन्हें 14 सीटों पर जीत मिल सकती है।
शिवराज सिंह काफी लोकप्रिय
टीवी चैनल द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अभी भी प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री के तौर पर जाने जाते हैं। 61 फीसदी लोग अभी भी शिवराज सिंह को लोकप्रिय मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार करते हैं। वहीं हाल ही में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए कमलनाथ सिंह के पक्ष में सिर्फ 4 फीसदी लोगों ने वोट दिया है। बतौर मुख्यमंत्री उम्मीदवार कमलनाथ लोगों की पसंद नहीं हैं।
कांग्रेस की नहीं उम्मीद
कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को बतौर मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में कमलनाथ से कहीं ज्यादा लोगों ने पसंद किया है। प्रदेश के 17 फीसदी लोग कमलनाथ को बतौर मुख्यमंत्री देखना पसंद कर रहे हैं। आपको बता दें कि मौजूदा समय में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के लोकसभा सांसद हैं। वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को बतौर मुख्यमंत्री सिर्फ 4 फीसदी लोगों ने और अजय सिंह को 6 फीसदी लोगों ने पसंद किया है।
42550 लोगों के बीच किया गया सर्वे
आपको बता दें कि यह सर्वे 230 विधानसभा क्षेत्रों में 42550 लोगों से बातचीत के आधार पर किया गया है। 2013 में भाजपा को 165 सीटें मिली थी, जबकि सर्वे में इस बार भाजपा को 153 सीटें मिलती दिख रही है। भाजपा को कुल 12 सीटों पर नुकसान होता दिख रहा है। वहीं अगर कांग्रेस के प्रदर्शन पर नजर डालें तो 2013 में कांग्रेस को 58 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि इस बार के सर्वे में उसे 51 सीटे मिलने के आसार हैं। लिहाजा कांग्रेस को इस बार 7 सीटों का नुकसान हो सकता है।
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