हमले के बाद धरने पर बैठे सुखबीर बादल, पुलिस प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
हमले के बाद धरने पर बैठे सुखबीर बादल, पुलिस प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
नई दिल्ली। पंजाब के जलालाबाद में मंगलवार को शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा हुई है। जलालाबाद कोर्ट कॉम्पलैक्स में नगर काउंसिल के नामांकन के दौरान ये हिंसा हुई है। पत्थरबाजी के अलावा फायरिंग होने की भी बात सामने आई है। जिसमें अकाली दल के तीन कार्यकर्ता भी जख्मी हैं। हिंसा के बाद सुखबीर बादल घटनास्थल पर ही धरने पर बैठ गए हैं। सुखबीर बादल ने कांग्रेस नेताओं के अलावा पुलिस प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं और स्थानीय थाने के एसएचओ पर कार्रवाई ना होने तक धरने पर बैठने की बात कही है।
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धरने पर बैठे सुखबीर बादल ने कहा है कि कांग्रेस के जिन लोगों ने उन पर हमला किया, उनकी मदद पुलिस कर रही थी। उन्होंने स्थानीय थाना एसएचओ के निलंबन और उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करने की मांग की है। बादल ने कहा है कि कांग्रेस के लोगों को लगता है कि वो गोली चलाकर अकालियों को डरा देंगे तो वो गलत सोच रहे हैं।
फाजिल्का के एसएसपी हरजीत सिंह ने सुखबीर सिंह बादल की गाड़ी पर हुए हमले की घटना को लेकर कहा है कि पुलिस जांच कर घटना में जो भी लोग शामिल है उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।
अकाली सांसद और सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत कौर ने कहा है कि पंजाब में जिस तरह का गुंडाराज है, मेरा ख्याल है अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का कोई हक नहीं है। पंजाब को आज गैंगस्टर चला रहे हैं। जिन लोगों को जेड प्लस की सुरक्षा मिली हुई है उनका ये हाल है तो आम जनता का क्या हाल होगा? आप समझ सकते हैं।
अकाली दल यूथ प्रमुख परमबंस सिंह रोमाना ने कहा है कि जलालाबाद एसडीएम कार्यालय के बाहर जिन लोगों ने बादल पर हमला किया, उनका नेतृत्व कांग्रेस विधायक का भाई और बेटा कर रहा था। अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि कांग्रेस विधायक के बेटे ने गुंडों के साथ सुखबीर सिंह बादल पर जानलेवा हमला कर पत्थरों से उनकी गाड़ी तोड़ी है। यह लोकतंत्र को शर्मशार करने वाला है। कांग्रेस विधायक और उनके बेटे पर मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा जाए।
पढ़िए सुखबीर बादल पर हमले का पूरा प्रकरण-सुखबीर सिंह बादल की कार पर हमला, पत्थरबाजी और फायरिंग