सोनिया गांधी ने पीसी चाको, सुभाष चोपड़ा का इस्तीफा किया स्वीकार, शक्ति सिंह गोहिल को मिली जिम्मेदारी
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस पार्टी को लगातार दूसरी बार शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा उसके बाद दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा और प्रदेश पार्टी इंचार्ज पीसी चाको ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। दोनों ही नेताओं ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। दोनों ही नेताओं के इस्तीफे को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्वीकार कर लिया है। वहीं शक्ति सिंह गोगहिल को दिल्ली कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया है।
बता दें कि कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको और प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। प्रभारी पद से इस्तीफा देते हुए चाको ने कहा, 2013 में शीला दीक्षित जब सीएम थीं, तभी से कांग्रेस की स्थिति खराब होने लगी थी जो 2020 तक लगातार जारी है। कांग्रेस का सारा वोटबैंक आम आदमी पार्टी के पास चला गया है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने पद से इस्तीफा देने के बाद कहा, अध्यक्ष होने के नाते मैं लोगों को समझाने में नाकाम रहा, हार की जिम्मेदारी लेता हूं। हम पार्टी के प्रदर्शन के पीछे क्या कारण रहे इस पर विचार करेंगे। हमारे वोटों में गिरावट का बड़ा कारण आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी द्वारा किया गया ध्रुवीकरण है।
कांग्रेस की हार के बाद संदीप दीक्षित कहा, 'कांग्रेस का प्रदर्शन आश्चर्यजनक नहीं है...हम कहीं थे ही नहीं।' इस दौरान उन्होंने पार्टी के नेताओं पर अपनी मां को अपमान करने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस ने जो प्रदर्शन किया है वो आश्चर्यजनक नहीं है...हम कहीं थे ही नहीं। हमने शीला जी द्वारा किए गए काम को दिखाने की कोशिश की, लेकिन यह वास्तव में देर से किया। उन्होंने कहा कि यह पार्टी का दुर्भाग्य था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी सुभाष चोपड़ा को देर से दी गई। साथ ही संदीप दीक्षित ने घटिया प्रदर्शन के लिए दिल्ली कांग्रेस की शिथिलता को कसूरवार ठहराया।
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