NID के वरिष्ठ फैकल्टी सदस्य को यौन शोषण के आरोपों के बाद हटाया गया
नई दिल्ली। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन के वरिष्ठ फैकल्टी सदस्य पर यौन शोषण के तमाम आरोप लगे हैं। इन आरोपों के चलते उन्हें निष्कासित कर दिया गया है। तमाम छात्रों ने आरोप लगाया था कि आरोपी प्रोफेसर कृष्णेश मेहता ने छात्रा के साथ यौन शोषण किया है, जिसके बाद उनपर कई अन्य छात्रों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। इन तमाम आरोपों के बीच मेहता ने इस्तीफे की पेशकश की थी जिसके बाद उ्हें तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है।
संस्थान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मेहता ने आरोपों के बीच अफसोस जाहिर करते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसके बाद उन्हें निष्कासित कर दिया गया। साथ ही इस बाबत एनआईडी ने छात्रों के आरोपों की जांच की जोकि सही पाए गए थे, जिसके बाद उन्हें बतौर फैकल्टी सदस्य से निष्कासित करने का फैसला लिया गया। संस्थान की ओर से शनिवार को जारी बयान में कहा गया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर जो तथ्य सामने आए हैं उसे ध्यान में रखते हुए कृष्णेश मेहता को नोटिस जारी कर दिया गया है, उनसे पूछा गया था कि वह बार-बार इस तरह का कृत्य करते हैं ऐसे में आखिर क्यों उन्हें उनके पद पर रहने दिया जाए।
संस्थान की ओर से जारी नोटिस के जवाब में मेहता का जवाब संतोषजनक नहीं था और ना ही उनके जवाब में किसी तरह का अफसोस था, जिसके बाद उन्हें संस्थान की ओर से निष्कासित कर दिया गया। बयान में कहा गया है कि मेहता एक वरिष्ठ सदस्य हैं और उन्होंने अपने व्यवहार के लिए माफी मांगी है और छुट्टी पर जाने की अपील की है, बजाए उन्हें निष्कासित किया जाए। उनकी अपील को स्वीकार कर लिया गया है और उन्हें 5 अक्टूबर से उनकी सेवाओं से हटाया जाता है।
इसे भी पढ़ें- शशि थरूर बोले- सफेद घोड़े पर हाथ में तलवार लेकर बैठे हीरो हैं PM मोदी