कल ब्लैक डे मनाएंगे रेजिडेंट डॉक्टर, कहा- सिर्फ रामदेव का विरोध, मरीजों को नहीं होगी कोई परेशानी
नई दिल्ली, 31 मई: एक ओर पूरा देश कोरोना महामारी से परेशान है, तो वहीं दूसरी ओर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और बाबा रामदेव के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में रामदेव ने कुछ और विवादित टिप्पणियां की थीं, जिस वजह से डॉक्टरों का गुस्सा अपने चरम पर है। ऐसे में 1 जून यानी मंगलवार को रेजिडेंट डॉक्टर ब्लैक डे मनाएंगे। साथ ही सरकार से रामदेव के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।
दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों एसोसिएशन ने सोमवार को एक प्रेस रिलीज जारी की। जिसमें उन्होंने 1 जून को ब्लैक डे मनाने की बात दोहराई। एसोसिएशन के मुताबिक राम किसान यादव उर्फ रामदेव बाबा के अपमानजनक बयानों की वो निंदा करते हैं। उन्होंने जो ब्लैक डे मामने का फैसला लिया है, उसका मकसद सिर्फ बाबा रामदेव का विरोध करना है। इससे अस्पताल में भर्ती मरीजों की देखभाल प्रभावित नहीं होगी। इसके अलावा एसोसिएशन ने बाबा के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की है।
खुली
बहस
की
दी
थी
चुनौती
IMA
के
मुताबिक
बाबा
रामदेव
एलोपैथ
पर
अनरगल
बयानबाजी
कर
रहे
हैं।
ऐसे
में
वो
उन्हें
खुली
बहस
की
चुनौती
देते
हैं।
हाल
ही
में
बाबा
ने
दावा
किया
था
कि
कुछ
एलोपैथ
के
अस्पताल
भी
पतंजलि
की
दवाएं
लिखते
हैं,
जिस
पर
IMA
ने
कहा
कि
वो
उन
अस्पतालों
की
लिस्ट
दें।
IMA
के
मुताबिक
रामदेव
की
ओर
से
कही
गई
हर
बात
गलत
है,
ऐसे
में
वो
उन्हें
पब्लिक
में
पैनल
डिस्कशन
करने
का
चैलेंज
देते
हैं।
बाबा
का
वीडियो
हुआ
था
वायरल
सोशल
मीडिया
पर
एक
वीडियो
वायरल
हो
रहा
है,
जिसका
हवाला
देते
हुए
आईएमए
ने
कहा
है
कि
रामदेव
ने
एलोपैथी
को
'मूर्खतापूर्ण
विज्ञान'
कहा
है।
आईएमए
ने
कहा
है
कि
रामदेव
ने
कहा
है
कि
कोरोना
काल
में
एलोपैथी
दवाएं
लेने
के
बाद
लाखों
की
संख्या
में
मरीजों
की
मौत
हो
गई
है।
साथ
ही
बाबा
पर
वैक्सीन
को
लेकर
भी
भ्रम
फैलाने
का
आरोप
लगा
है।