Rajsthan Live Murder: रात में सोती नहीं है बेटी, कहती है ऐसे तो कोई जानवरों को भी नहीं मारता
जयपुर। जिस तरह से राजस्थान में लव जिहाद के नाम पर नृसंश हत्या का मामला सामने आया है, उसके बाद लगातार इस बर्बर घटना को लेकर हर तरफ इसकी आलोचना हो रही है। मोहम्मद अफराजुल को शंभूलाल रेजर ने बर्बर तरीके से पहले मौत के घाट उतारा और उसके बाद उन्हें जिंदा जला दिया, इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया गया। लेकिन इस घटना के बाद अफराजुल की पत्नी गुलबहरा बीबी और उनकी तीन बेटियां से नहीं पाई हैं।
कोई जानवर को भी ऐसे नहीं मारता
गुलबहार अपनी तीन बेटियों जोशनारा, रेजीना और हबीबा के साथ जागती रहती है और चीख-चीखकर कहती हैं कि ऐसे कौन किसी को मारता है। वह कहती हैं कि जब भी वह आंख बंद करती हैं तो उन्हें अपने पति की हत्या होते हुए दिखती है, मैं उनकी चीख सुनती हूं, मेरी सबसे छोटी बेटी सोने की कोशिश करती है, लेकिन वह भी चीखते हुए जग जाती है, वह कहती है कि ऐसे तो कोई किसी जानवर को भी नहीं मारता है। आपको बता दें कि बुधवार को अफजारुल को मौत के घाट उतार दिया गया था और उनकी हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
लोग वापस जाने लगे हैं घर
अफजारुल के गांव पश्चिम बंगाल के मालदा जिल के रहने वाले थे, यह कोलकाता से 350 किलोमीटर दूर है। उनकी हत्या का वीडियो देखने के बाद बहुत से लोग सो नहीं सके हैं, लोग राजस्थान में काम कररहे अपने जानने वालों को फोन करके उनका हाल लेते हैं, उनसे घर वापस आ जाने को कहते हैं, तकरीबन सभी लोग अपने घरों में वापस जा रहे हैं। अफराजुल के भाई मोहम्मद रूम खान कहते हैं कि मैं अपने भाई का शव ले आया हूं, हम राजस्थान में कई सालों से मजदूर का काम कर रहे थे, हमने कभी नहीं सोचा था कि हमे यह दिन देखना पड़ेगा, हमे नहीं पता है कि लव जिहाद क्या है, मेरा भाई शादीशुदा था, उसके तीन बच्चे, पोते-पोती थे।
हर किसी में डर
जोधपुर में राजू शेख का 35 वर्षीय बेटा काम करता है, लेकिन वीडियो के सामने आने के बाद राजू कहते हैं कि मैंने वीडियो देखा है, मैं बर्बर हत्या से सहमा हुआ हूं, हर कोई वापस घर आ रहा है, ये लोग मेरे बेटे के साथ भी ये कर सकते हैं, मैं अपने बेटे को नहीं मरने दुंगा, मैंने उसे वापस बुला लिया है, उसने वापसी की ट्रेन पकड़ ली है, राजस्थान में 200 से अधिक पश्चिम बंगाल के मजदूर काम करते हैं, वह डरे हुए हैं।
बंगाल से बड़ी संख्या में काम के लिए आते हैं लोग
मालदा शहर से राजस्थान काम करने आए मोहम्मद बरकत ने कहा कि मैं यहां 14 साल से काम कर रहा हूं, मेरे पास आधार कार्ड सहित तमाम दस्तावेज हैं जोकि यह साबित करते हैं कि मैं भारतीय हूं, लेकिन जिस तरह से यह हत्या हुई है, उससे साफ है कि हमारी सुरक्षा के लिए कोई नहीं है। हम यहां तीन से चार महीने रुकते हैं, हम कुछ पैसा बचाने के बाद घरग चले जाते हैं। हमे पश्चिम बंगाल में काम नहीं मिलता है, इसी वजह से हमे दूसरे राज्य जाना पड़ता है।अफराजुल के गाव में 2000 पुरुष 1200 से परिवार से काम करने के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं, यह ज्यादातर मुस्लिम हैं। ये लोग 7 से 10 हजार प्रति माह कमाते हैं।
इसे भी पढ़ें- राजस्थान लाइव मर्डर: वसुंधरा सरकार ने मृतक की पत्नी को दिया 5 लाख का चेक