राहुल गांधी ने वेंटिलेटर की क्वालिटी को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना, बोले- खतरे में लोगों की जान
नई दिल्ली। चीन से सीमा विवाद को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर राहुल गांधी ने अब कोरोना वायरस संकट में मरीजों के इलाज को लेकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने रविवार को अपने ट्विटर हैंडल पर एक खबर शेयर करते हुए लिखा, सरकार लोगों की जान खतरे में डाल रही है, यह सुनिश्चित किया जाए की पीएम केयर्स फंड का पैसा अच्छे उपकरणों को खरीदने के लिए उपयोग किया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने जिस खबर को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है उसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि वेंटिलेटर के खर्चे को कम करने के लिए कंपनी ने सॉफ्टवेयर में हेरफेर किया।
दरअसल, हफपोस्ट इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा की एक मेडटेक स्टार्टअप एग्वा हेल्थ केयर कंपनी के दो पूर्व कर्मचारियों ने बताया कि कपंनी कम लागत वाले वेंटिलेटर का इस्तेमाल कर रही है और सही नतीजे दिखाने के लिए उसके सॉफ्टवेयर में हेरफेर किया जाता है। कर्मचारियों के मुताबिक वेंटिलेटर के सॉफ्टवेयर में हेरफेर से दिखाया जाता है कि वास्तव की तुलना में वह मरीजों के फेफड़ों में अधिक ऑक्सीजन पंप कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई के प्रतिष्ठित जेजे अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा एग्वा वेंटिलेटर का टेस्ट करने पर इस धांधली का खुलासा हुआ है। जेजे अस्पताल को दान के तौर पर 39 एग्वा वेंटिलेटर मिले थे, हालांकि बाद में और वेंटिलेटर आए जिसका मूल्य लिया गया।
हफपोस्ट इंडिया की रिपोर्ट पर अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए एक बार फिर पीएम केयर्स फंड के पैसों का मुद्दा उठाया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि भारतीयों की जान को खतरे में डाला जा रहा है और दूसरा यह सुनिश्चित किया जाए कि पब्लिक का पैसा सही और अच्छी क्वालिटी के उपकरण खरीदने में खर्च किया जा रहा है। बता दें कि राहुल गांधी ने इससे पहले भी पीएम केयर्स फंड को लेकर मांग की थी कि सरकार लोगों के दान का पैसा कहां खर्च कर रही है उसका पूरा विवरण दे।
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