Pulwama Attack: पाकिस्तानी कलाकारों के बैन के विरोध में उतरे पंजाबी गायक और गीतकार
नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले के बाद देश में लगातार पाकिस्तान का विरोध हो रहा है। इस विरोध के बीच पाकिस्तान के कलाकारों का बॉलीवुड से बहिष्कार भी चल रहा है। ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन इस प्रतिबंध के खिलाफ पंजाबी गायकों और गीतकारों ने विरोध किया है। पंजाबी गायकों और गीतकारों का कहना है कि दोनों देशों के बीच शांति को बढ़ाने के लिए हम एक दूसरे की परंपरा, खान-पान, संस्कृति का आदान-प्रदान करते हैं।
हमारे बीच बहुत समानता
पंजाबी गायक हैप्पी राजकोटी ने कहा कि मुझे कई पाकिस्तानी कलाकार पसंद हैं, यहां तक कि कई भारतीय कलाकारों ने पाकिस्तान में बहुत शोहरत हासिल की है। मुझे लगता है कि नफर दोनो देशों के बीच बातचीत को बंद कर देगी। दोनों ही देश के दूसरे के साथ ऐतिहासिक विरासत, खान-पान संगीत, कला को साझा करते हैं। लिहाजा दोनों ही देशों को सांस्कृतिक रिश्तों को नहीं तोड़ना चाहिए।
तमाम कलाकारों ने बहिष्कार का किया विरोध
बता दें कि पंजाब के संगरूर में शनिवार और रविवार को आयोजित कार्यक्रम गीत रंग दरबार में कई पंजाबी कलाकारों ने हिस्सा लिया। जिसमे रायकोट, वीत बलजीत, रंजीत खान, बचन बेदिल, मनप्रीत तिवाना सहित कई कलाकार मौजूद थे। मैट शेरोन वाला जोकि पहले सेना में जवान थे वह अब गीतकार बन गए हैं। उनका कहना है कि आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन कला और कलाकारों पर प्रतिबंध नहीं लगना चाहिए। कला हमे शांति के साथ खूबसूरत जिंदगी जीना सिखाती है, यह हमे युद्ध और भेदभाव से दूर करती है।
बहिष्कार नहीं स्वीकार
मैट ने कहा कि जब हमारे पिता, चाचा आपस में झगड़ा करते हैं तो हम चचेरे भाई एक दूसरे का बहिष्कार नहीं करते हैं हम एक दूसरे के संपर्क में रहते हैं। आखिर में दो देशों के नेताओं के बीच की लड़ाई में हम कैसे अपने साथी कलाकारों पर प्रतिबंध लगा सकते हैं। वहीं वीत बलजीत ने बॉलीवुड सेलेब्रिटी द्वारा पाकिस्तानी कलाकारों के बहिष्कार का विरोध किया किया, उन्होंने कहा कि उन्हे बैन करने दीजिए, हम इसे स्वीकार नहीं करते हैं।
कुछ गलत तत्वों की वजह से से तनाव
गीतकार तीवाना ने कहा कि कुछ गलत तत्वों की वजह से दोनों देशों के बीच तनाव है। हमारी संस्कृति और भाषा एक है, कुछ गलत तत्वों की हरककत की वजह से दोनों देशों के बीच संबंध खराब हुए हैं। लेकिन इन सबके बीच हमे दोनों देशों के बीच कुछ असामाजिक तत्वों की वजह से बातचीत की प्रक्रिया को नहीं रोकना चाहिए। लोग राजनीतिक लाभ के लिए एक दूसरे को भड़का रहे हैं।
इसे भी पढ़ें- अगर पीएम मोदी वापस सत्ता में नहीं आए तो देश 50 साल पीछे चला जाएगा- निर्मला सीतारमण