हाथरस की घटना पर पीएम मोदी ने की सीएम योगी से बात, कहा- दोषियों पर कठोर कार्रवाई करें
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप के बाद पीड़िता की मंगलवार को दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई। जिससे देशभर में राज्य सरकार और पुलिस के प्रति गुस्सा है। विपक्ष लगातार सरकार के रवैय पर निशाना साध रहा है और तीखे सवाल पूछ रहा है। सोशल मीडिया पर लोग जमकर अपनी नाराजगी जता रहे हैं और पीड़िता को दूसरी निर्भया कहकर दुख व्यक्त कर रहे हैं। वहीं पीड़िता के परिवार का आरोप है कि उनकी बेटी का अंतिम संस्कार उनकी मर्जी के बिना जबरन कराया गया है। अब इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात हुई है। उन्होंने बताया है कि प्रधानमंत्री ने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को कहा है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा है, 'आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।' एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री ने कहा है, 'हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे। प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह दल आगामी सात दिवस में अपनी रिपोर्ट देगा। त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा।'
आपको बता दें इस घटना के बाद से विपक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा देने को कह रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है, 'रात को 2.30 बजे परिजन गिड़गिड़ाते रहे लेकिन हाथरस की पीड़िता के शरीर को उत्तर प्रदेश प्रशासन ने जबरन जला दिया। जब वह जीवित थी तब सरकार ने उसे सुरक्षा नहीं दी। जब उस पर हमला हुआ सरकार ने समय पर इलाज नहीं दिया। पीड़िता की मृत्यु के बाद सरकार ने परिजनों से बेटी के अंतिम संस्कार का अधिकार छीना और मृतका को सम्मान तक नहीं दिया। घोर अमानवीयता। आपने अपराध रोका नहीं बल्कि अपराधियों की तरह व्यवहार किया। अत्याचार रोका नहीं, एक मासूम बच्ची और उसके परिवार पर दुगना अत्याचार किया। योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दो। आपके शासन में न्याय नहीं, सिर्फ अन्याय का बोलबाला है।'
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है, 'हाथरस की बेटी बलात्कार-हत्याकांड' में शासन के दबाव में, परिवार की अनुमति बिना, रात्रि में पुलिस द्वारा अंतिम संस्कार करवाना, संस्कारों के विरुद्ध है। ये सबूतों को मिटाने का घोर निंदनीय कृत्य है। भाजपा सरकार ने ऐसा करके पाप भी किया है और अपराध भी।' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, 'प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर हो रहे व्यंग्य-चित्रण वर्तमान सत्ता के दिखावटी शासन का भंडाफोड़ हैं। ये उप्र के बहन-बेटियों वाले परिवारों के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण शासनकाल है।'