प्रधानमंत्री मोदी कल डॉ ‘बालासाहेब’ विखे पाटिल की आत्मकथा का विमोचन करेंगे
प्रधानमंत्री मोदी कल डॉ ‘बालासाहेब’ विखे पाटिल की आत्मकथा का विमोचन करेंगे
नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगलवार को डॉ 'बालासाहेब' विखे पाटिल की आत्मकथा का विमोचन करेंगे। इसके साथ ही प्रवर ग्रामीण शिक्षा सोसाइटी का नाम बदलकर डॉक्टर बालासाहेब विखे पाटिल प्रवर ग्रामीण शिक्षा सोसाइटी नाम करेंगे। पीएम मोदी मंगलवार को सुबह 11 बजे, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आत्मकथा का विमोचन करेंगे। ये जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोमवार को दी।
बता दें 2016 पूर्व केंद्रीय मंत्री जननेता पद्मभूषण स्वर्गीय एकनाथ राव उर्फ 'बालासाहेब' विखे पाटिल लंबी बीमारी के बाद 84 साल की उम्र में महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में लोनी गांव स्थित उनके आवास पर निधन हो गया था। राजनीतिक और सामाजिक जीवन में उन्होंने जो काम किया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। युवा व नई पीढ़ी को जोड़ने में उनकी बड़ी भूमिका रही है। बालासाहेब 1998 में शिवसेना के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते थे और राजग सरकार में वित्त राज्यमंत्री रहे थे। बाद में उन्हें भारी उद्योग मंत्री बनाया गया था। वह 2004 में कांग्रेस में लौट आए थे। उन्होंने लंबा सयम काग्रेंस में बिताया था। उनके पिता विट्ठलराव विखे-पाटिल ने लोनी में एशिया का पहला सहकारी चीनी मिल स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी।
पद्म भूषण से सम्मानित किया गया
१० अप्रैल 1032 को उनका जन्म हुआ और 30 दिसंबर 2016 को उनकी मौत हो गई थी। भारत की १४ वीं लोकसभा के सदस्य थे। उन्होंने महाराष्ट्र के कोपरगाँव और अहमदनगर (दक्षिण) निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) राजनीतिक दल के सदस्य थे। बाद में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। वह एनडीए में मंत्री थे। वे महाराष्ट्र के एक प्रमुख नेता और विट्ठलराव विखे पाटिल के सबसे बड़े पुत्र थे, जिन्होंने महाराष्ट्र के लोनी में एशिया की पहली सहकारी चीनी फैक्ट्री शुरू की थी। सामाजिक कार्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें 31 मार्च 2010 को प्रतिष्ठित नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वह सात बार सांसद, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री (वित्त) और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री (भारी उद्योग), भारत सरकार थे।
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