मोदी-नीतीश के बाद प्रशांत किशोर ने ली अब इस पार्टी को जिताने की जिम्मेदारी
नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर तमाम दलों को अपनी सेवाएं दे चुके हैं, अब वह अपनी नई पारी आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस के साथ शुरू करने जा रहे हैं।
हाल ही मे वाईएसआर यानि युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के विपक्ष के नेता वाईएस जगमोहन रेड्डी ने तमाम पार्टी नेताओं के साथ बैठक की, इस बैठक में प्रशांत किशोर ने भी हिस्सा लिया था।
2019 के चुनाव पर पार्टी की नजर, पीके साबित हो सकते हैं अहम
वाईएसआर की बैठक में जगमोहन रेड्डी ने तमाम नेताओं का परिचय प्रशांत किशोर से कराया। इस बैठक में रेड्डी ने बताया कि प्रशांत किशोर अब हमारे सलाहकार हैं, इन्हें हमने पार्टी में बतौर सलाहकार शामिल किया है। इस बाबत वाईएसआर सांसद मिथुन रेड्डी ने हैदराबाद में जानकारी दी। माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर वाईएसआर कांग्रेस को आगामी समय में मजबूत करने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे और वह ना सिर्फ पार्टी को आने वाले चुनाव बल्कि टीडीपी मुखिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से की नीतियों के खिलाफ किस तरह से हमला बोला जाए इसपर भी अपनी राय पार्टी को देंगे।
पार्टी को राजनीतिक सलाह देने में करेंगे मदद
जिस तरह से 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, उसके बाद प्रदेश का दो हिस्सों में बंटवारा हो गया, चुनाव के बाद प्रदेश को दूसरे हिस्से में बांटा गया और तेलंगाना का गठन हुआ, ऐसे में अब पार्टी आने वाले 2019 के चुनाव पर अपनी नजरें गड़ा रही है।
इससे पहले भाजपा, नीतीश और कांग्रेस को दे चुके हैं अपनी सेवाएं
गौरतलब है कि 2014 में भाजपा के साथ काम कर रहे प्रशांत किशोर ने जबरदस्त सफलता हासिल की और पार्टी को शानदार जीत हासिल हुई थी। भाजपा की इसी जीत के बाद प्रशांत किशोर चर्चा में आए थे। जिसके बाद उन्होंने बिहार चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी के साथ काम किया और यहां महागठबंधन की नींव रखी और भाजपा को यहां हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इसके बाद कांग्रेस के साथ उनका अनुभव कुछ खास नहीं रहा, एक तरह जहां पार्टी को यूपी में बुरी हार का सामना करना पड़ा तो पंजाब में पार्टी को जीत हासिल हुई थी।