PK ने 2017 को कांग्रेस के लिए जीवन-मरण का सवाल बताया
लखनऊ। जिस तरह से देशभर में कांग्रेस जनाधार खो रही है उसने पार्टी की चिंता को काफी बढ़ा दिया है। पार्टी के लिए अब आखिरी उम्मीद यूपी बची है। यूपी में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पार्टी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। प्रदेश में पार्टी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी इसे जीवन मरण का सवाल मान रहे हैं।
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कांग्रेस के आला कमान से खुद प्रशांत किशोर ने बात करके सिस्टम को सही करने की बात कही है। प्रशांत किशोर ने प्रदेश में कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक के दौरान पार्टी को मजबूत करने पर जोर दिया। लेकिन नेताओं के बीच की बहस हाथापायी में बदल जाने से प्रशांत किशोर काफी नाराज हैं।
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कांग्रेस चुनावी रणनीति के लिए प्रदेश में नेताओं के साथ बैठक कर रही है। इसी सिलसिले में प्रशांत किशोर ने आजमगढ़ और मिर्जापुर के काग्रेसी नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें आने वाले एक दो महीने कड़ी मेहनत करने की बात कही। उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक लोगों से अपना नाम देने को भी कहा।
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प्रशांत किशोर पार्टी को अंतर्कलह से उभरना चाहते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा कि जो कर्मठ कार्यकर्ता पार्टी के लिए काम कर रहे हैं उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। साथ ही पीके ने नेताओं से मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आंकलन करने से दूर रहने की भी हिदायत दी।
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दरअसल बुधवार को हुई मीटिंग के दौरान बलिया के जिला अध्यक्ष ने मीटिंग में मौजूद दो नेताओं के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। लेकिन जब इन दोनों नेताओं ने दखल दिया तो यह हाथापायी में बदल गयी। लेकिन वरिष्ठ नेताओं के बीच बचाव के बाद विवाद को यहीं खत्म कर दिया गया।