कोरोना प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बोले पीएम, 7 दिन तक एक घंटा लोगों से सीधे करें बात
राज्य आपदा कोष का 50 फीसदी कर सकेंगे खर्च
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (बुधवार) सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की है। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित सात राज्यों के मुख्यममंत्रियों के साथ पीएम ने वर्चुएल मीटिंग में कोरोना वायरस संक्रमण की वर्तमान स्थिति और इससे निपटने को लेकर तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में नरेंद्र मोदी ने राज्यों को कहा कि वो अब आपदा कोष का 50 फीसदी खर्च कर सकते हैं, 35 फीसदी की पाबंदी अब नहीं होगी। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों को हर दिन एक घंटा लोगों से बात करने का भी सुझाव दिया है।
पीएम मोदी ने बैठक में कहा, देश में 700 से अधिक जिले हैं, लेकिन कोरोना के जो बड़े आंकड़े हैं वो सिर्फ 60 जिलों में हैं, वो भी 7 राज्यों में। मुख्यमंत्रियों को सुझाव है कि एक 7 दिन का कार्यक्रम बनाएं और प्रतिदिन 1 घंटा दें। वर्चुअल तरीके से हर दिन 1 जिले के 1-2 ब्लॉक के लोगों से सीधे बात करें। बीते महीनों में कोरोना इलाज से जुड़ी जिन सुविधाओं का विकास किया है, वो हमें कोरोना से मुकाबले में बहुत मदद कर रही है। अब हमें कोरोना से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को तो मजबूत करना है, जो हमारा हेल्थ से जुड़ा, ट्रैकिंग-ट्रेसिंग से जुड़ा नेटवर्क है, उनकी बेहतर ट्रेनिंग भी करनी है।
मोदी ने इस दौरान मुख्यमंत्रियों से कहा, जो 1-2 दिन के लोकल लॉकडाउन होते हैं, वो कोरोना को रोकने में कितना प्रभावी हैं, हर राज्य को इसका अवलोकन करना चाहिए। कहीं ऐसा तो नहीं कि इस वजह से आपके राज्य में आर्थिक गतिविधियां शुरू होने में दिक्कत हो रही है? मेरा आग्रह है कि सभी राज्य इस बारे में गंभीरता से सोचें। उन्होंने कहा, भारत ने मुश्किल समय में भी पूरे विश्व में जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित की है। ऐसे में एक राज्य से दूसरे राज्य के बीच दवाइयां आसानी से पहुंचे, हमें मिलकर ही ये देखना होगा।
बैठक में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, यूपी, तमिलनाडु, दिल्ली और पंजाब शामिल हुए। पीएम के मोदी अलावा, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी मीटिंग में हिस्सा लिया। देश के कुल कोरोना मरीजों में से करीब 63 प्रतिशत कोरोना केस इन सात राज्यों में हैं। महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 12 लाख से ज्यादा मामले हैं। इसके बाद आंध्र प्रदेश में 6 लाख से मामले सामने आ चुके हैं। तमिलनाडु और कर्नाटक में पांच ला से ज्यादा केस हैं।
बैठक में शामिल महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और दिल्ली छह सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं। हालांकि पंजाब से ज्यादा कोरोना केस दूसरे राज्यों में हैं लेकिन पंजाब हाल ही में कुल मामलों की संख्या में काफी तेज वृद्धि दर्ज की गई है। जिसके चलते पंजाब भी बैठक में शामिल है। कोरोना वायरस को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ कई बैठकें कर चुके हैं। इससे पहले 11 अगस्त को उन्होंने कोरोना को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की थी।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के कुल मामले अब 56 लाख का आंकड़ा पार कर चुके हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के बुधवार को दिए आंकड़ों के अनुसार, 24 घंटों के भीतर देश में संक्रमण के 83,347 नए मामले सामने आए हैं और इस दौरान 1,085 मरीजों की मौत हुई है। अब देश में कुल कोरोना मामलों की संख्या 5646011 हो गई है, जिसमें 968377 सक्रिय मामले, 4587614 रिकवर मामले और 90,020 मौतें शामिल हैं।
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