हामिद अंसारी ने उठाए सवाल, पीएम ने कहा कोई छटपटाहट रही होगी
हामिद अंसारी राजनयिक भी रह चुके हैं और पीएम ने उनकी विदाई पर दिए अपने भाषण में इस बात पर चुटकी ली। पीएम मोदी ने कहा, 'आपका अपना जीवन भी डिप्लोमैट का रहा।
नई दिल्ली। उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन देश में मुस्लिमों के हालात को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी और कटाक्ष भी किया। वहीं उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में 'अर्थपूर्ण' शब्दों के साथ विदाई दी। प्रधानमंत्री ने लगातार 2 कार्यकाल पूरा करने वाले अंसारी के योगदान की चर्चा की, साथ ही इशारों इशारों में चुटकी भी लिया। पीएम मोदी ने कहा कि हो सकता है कि कार्यकाल के दौरान उनके अंदर कुछ छटपटाहट रही हो।
हामिद अंसारी राजनयिक भी रह चुके हैं और पीएम ने उनकी विदाई पर दिए अपने भाषण में इस बात पर चुटकी ली। पीएम मोदी ने कहा, 'आपका अपना जीवन भी डिप्लोमैट का रहा। एक करियर डिप्लोमैट का क्या काम होता है यह पीएम बनने के बाद मुझे समझ में आया'। वहीं नव निर्वाचित उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बिना नाम लिए अंसारी के बयान पर निशाना साधा. उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों के बीच असुरक्षा की भावना होने की बात को महज एक राजनीतिक प्रचार बताकर खारिज कर दिया।
हामिद अंसारी गुरुवार को राज्यसभा टीवी को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि इस वक्त देश के मुस्लिमों में घबराहट और असुरक्षा की भावना घर कर गई है, हाल ही में देश के कुछ दिग्गज नेताओं की ओर से अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ काफी विवादित बयान दिए गए हैं, जो कि ठीक नहीं हैं।उन्होंने कहा कि इस बात का जिक्र उन्होंने देश के पीएम नरेंद्र मोदी से भी किया है। यही नहीं अंसारी ने ये भी बताया कि उन्होंने असहनशीलता का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगियों के सामने उठाया है, उनके हिसाब से ये एक बेहद गंभीर मुद्दा है जिसे उन्होंने 'परेशान करने वाला विचार' करार दिया।
अंसारी से जब ये पूछा गया कि उनके इस बात पर पीएम मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगियों की क्या प्रतिक्रिया थी तो उन्होंने इसके जवाब में कहा कि 'यूं तो हमेशा एक स्पष्टीकरण होता है और एक तर्क होता है। अब यह तय करने का मामला है कि आप स्पष्टीकरण स्वीकार करते हैं कि नहीं और आप तर्क स्वीकार करते हैं कि नहीं।'
यही नहीं पत्रकार करण थापर को दिए गए इंटरव्यू में अंसारी ने भीड़ की ओर से लोगों को पीट-पीटकर मार डालने की घटनाओं, 'घर वापसी' और 'तीन तलाक' के मु्द्दे पर भी बात की, 'तीन तलाक' के लिए अंसारी ने कहा कि ये एक 'सामाजिक विचलन; है, कोई धार्मिक जरूरत नहीं, जबकि उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर कहा कि यह राजनीतिक समस्या है और इसका राजनीतिक समाधान ही होना चाहिए।