पटना एम्स में होली के दौरान लड़कियों के छात्रावास में MBBS छात्र की लुंगी खुली, तीन साल के लिए निष्कासित
पटना। पटना के एम्स में एमबीबीएस के फाइनल इयर के छात्र को गर्ल्स छात्रावास में अर्धनग्न होकर घुसने की वजह से निष्कासित कर दिया गया है। छात्र पर आरोप है कि वह शराब के नशे में आधा नंगा होकर होली बनाने के लिए 27 फरवरी की लड़कियों के छात्रावास में घुस गया था। जानकारी के अनुसार आरोपी छात्रा केरल का है और उसने 1 मार्च को निष्कासन के आदेश के बाद छात्रावास छोड़ दिया था। छात्र के माता-पिता को तुरंत इसकी जानकारी दे दी गई थी, साथ ही जूनियर छात्र को कहा गया कि वह इस छात्र को उसके घर तक छोड़कर आएं।
माता-पिता को दी जानकारी
पटना एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर पीके सिंह ने कहा कि हमने छात्र को तीन वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है, हम छात्र के माता-पिता से एक बार फिर से बात करेंगे और फैसले की समीक्षा करेंगे क्योंकि छात्र का भविष्य चौपट हो सकता है। लड़कियों के छात्रावास की चीफ वार्डेन डॉक्टर साधना शर्मा ने 2013 बैच के सभी छात्रो को आदेश दिया है कि वह हॉस्टल नंबर एक को खाली करके हॉस्टल नंबर 4 में शिफ्ट हो जाएं।
नशे की हालत में घुसा छात्रावास में
जानकारी के अनुसार होली से पहले तमाम छात्र होली मना रहे थे, वह खुले मैदान में होली खेल रहे थे। इसके बगल में लड़कियों का छात्रावास था। जहां शाम को यह छात्र लड़कियों के कमरा नंबर 7 में घुस गया और एक छात्रा के लिए वह नर्सिंग हॉस्टल में चला गया। जिस दौरान यह छात्र छात्रावास में दौड़कर घुस रहा था, तभी उसकी लुंगी खुल गई, जिसकी वजह से छात्राओं को काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने छात्र को पकड़ लिया।
छात्राओं की चेतावनी के बाद कार्रवाई
एम्स प्रशासन ने इस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की लेकिन छात्राओं के विरोध के बाद छात्र पर कार्रवाई की गई। छात्राओं ने चेतावनी दी थी कि अगर आरोपी छात्र के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो वह एफआईआर करेंगी, जिसके बाद आखिरकार एम्स की ओर से 28 फरवरी को छात्र के खिलाफ कार्रवाई की गई। हालांकि इस मामले में पुलिस से कोई शिकायत नहीं की गई है। वहीं एम्स के डायरेक्टर का कहना है कि आरोपी छात्र शराब के नशे में नहीं था बल्कि उसने भांग खायी थी। आरोप है कि किसी ने ठंड़ई में गलती से भाग मिला दी थी। आरोपी छात्र इस साल अपनी फाइनल परीक्षा में शामिल होने वाला था।