'पार्थ चटर्थी TMC के लिए कैंसर बन चुके थे, हटाना जरूरी था', तृणमूल नेता का बयान
नई दिल्ली, 20 अगस्त। तृणमूल नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री रह चुके पू्र्व टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी का शिक्षा घोटाले में कथित रुप से संलिप्तता सामने आने के बाद मंत्रिमंडल से हटान के बाद पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया। वहीं अब उनकी ही पार्टी के नेता टीएमसी की छवि खराब करने के लिए उन्हें भला बुरा कह रहे हैं। एक टीएमसी लीडर ने तो उन्हें पार्टी के लिए कैंसर तक बता डाला।
पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद बंगाल की टीएमसी सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पद पर रहते हुए एक मंत्री की गिरफ्तारी और उसके ठिकाने पर भारी मात्रा में नकदी मिलने के बाद विपक्ष लगातार सवाल खड़े कर रहा है। हाल में बंगाल में पोस्टर में टीएमसी सरकार को ईमानदार को बताने के लिए भाजपा को निशाने पर लिया था। हालांकि इस पोस्टर में सीएम ममता नाम नहीं था। वहीं अब बंगाल की टीएमसी सरकार की छवि खराब करने के लिए तृणमूल नेता पार्थ चटर्जी को जमकर कोस रहे हैं।
पश्चिम बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने जुलाई में बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया था। पार्थ चटर्जी से जुड़ी संपत्ति की जांच कर रही जांच एजेंसी ने उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से 50 करोड़ रुपये से अधिक नकद और सोना बरामद किया था। जिसे बाद अर्पिता का गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद अगले दिन पार्थ चटर्जी को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। पार्थ चटर्जी पर बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता का आरोप है। पार्थ कि गिरफ्तारी के बाद सीएम ममता बनर्जी ने उन्हें सभी पदों से बर्खास्त कर दिया और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
पार्थ चटर्जी पर इस कार्रवाई को लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेता और न्यू बैरकपुर नगरपालिका के अध्यक्ष प्रबीर साहा ने एक जनसभा में कहा कि बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी टीएमसी के लिए लिए कैंसर थे। ऐसे लोग अब जेल में हैं। जैसे कैंसर वाले शरीर के पार्ट को अलग कर दिया जाता है वैसे उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया है। साहा ने कहा कि पार्थ चटर्जी भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल थे और इसलिए पार्टी ने उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया।