विंग कमांडर अभिनंदन के मिग-21 पर पाकिस्तान के जेट एफ-16 ने पांच मिसाइलों से बोला था हमला!
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नई दिल्ली। 27 फरवरी को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के तहत आने वाले सुंदरबनी सेक्टर में पाकिस्तान एयरफोर्स (पीएएफ) के 24 फाइटर जेट्स दाखिल हुए थे। इनमें से एफ-16 जेट्स भी थे और एक एफ-16 को इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने अपने मिग-21 से ढेर कर दिया था। एफ-16 की ओर से मिग-21 पर एमराम मिसाइलें भी दागी गई थीं। न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक एफ-16 जेट्स ने पांच से छह एमराम मिसाइलों को 40 से 50 किलोमीटर की दूरी से एफ-16 पर दागा था।
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डॉगफाइट में ढेर एफ-16
पिछले बुधवार को जम्मू कश्मीर के आसमान में डॉगफाइट हुई थी। इस डॉगफाइट में विंग कमांडर ने एफ-16 को ढेर कर दिया था। लेकिन इस दौरान उनके बायसन एयरक्राफ्ट पर भी कई हमले हुए। एफ-16 के पायलट ने चार से पांच एमराम मिसाइलें दागी थीं और इन मिसाइलों का निशाना सुखोई-30 और मिग-21 बायसन एयरक्राफ्ट थे। पाकिस्तान की ओर से इस बात का दावा किया गया था कि उसने 27 फरवरी को भारत के खिलाफ एफ-16 फाइटर जेट्स का प्रयोग नहीं किया था। यह भी पढ़ें-90 सेकंड में अभिनंदन ने कैसे ढेर किया मिग-21 से पाकिस्तान का एफ-16
जल्द ही बेनकाब होगा पाक
सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक उन इलाकों में सेना की ओर से गहनता से जांच की जा रही है जहां पर एमराम मिसाइलों का मलबा गिरने की संभावना है। एफ-16 ने जो मिसाइल दागी थी वह बियॉन्ड विजुअल रेंज यानी बीवीआर थीं। इन मिसाइलों ने अपने सभी टारगेट हालांकि मिस कर दिए थे। आईएएफ सूत्रों की ओर से कहा गया है कि एक बार एमराम मिसाइलों के कुछ और हिस्से मिल जाएं तो पाकिस्तान पूरी तरह से बेनकाब हो जाएगा।
मिलिट्री डिपो को निशाना बनाने की साजिश
विंग कमांडर अभिनंदन दुनिया के इकलौते फाइटर पायलट हैं जिन्होंने मिग-21 से एफ-16 जैसे एडवांस्ड और चौथी पीढ़ी के जेट को ढेर किया है। पीएएफ की ओर से नौशेरा सेक्टर में स्थित भारतीय मिलिट्री संस्थानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी लेकिन यह कोशिश पूरी तरह से नाकाम रही थी। जो जानकारी सूत्रों के हवाले से दी गई है उसके मुताबिक पीएएफ के जेट्स बिग्रेड हेडक्वार्ट्स, बटालियन हेडक्वार्ट्स और ऑयल डिपो को निशाना बनाने के मकसद से जम्मू कश्मीर में दाखिल हुए थे।
जैश पर हमलों से बौखलाया पाकिस्तान
28 फरवरी को सेनाओं की एक ज्वॉइन्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई थी। इस कॉन्फ्रेंस में आईएएफ की ओर से एमराम मिसाइल के कुछ हिस्से दिखाए गए थे। अब सेना इस मामले में और सुबूत पेश करने की तैयारी में है। भारत की तरफ से यही सुबूत भारत में स्थित अमेरिकी रक्षा अधिकारियों को दिखाए गए हैं। इसके अलावा अमेरिका को भी अपनी चिंताओं से नई दिल्ली ने अवगत करा दिया है। आईएएफ की ओर से 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हमले किए गए थे। इन हमलों से बौखलाए पाकिस्तान ने 27 फरवरी को जम्मू कश्मीर में भारत की वायुसीमा का उल्लंघन किया था। यह भी पढ़ें-क्या हुआ था 27 फरवरी को कैसे विंग कमांडर अभिनंदन पहुंचे थे पीओके