पाकिस्तान खालिस्तानी आतंकियों को प्रशिक्षण देकर,रच रहा भारत में बड़े आतंकी हमले की साजिश
बेंगलुरु। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। आतंकियों को पालने पोसने वाला पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ साजिश रच रहा हैं। इसमें वह कश्मीरी आतंकियो के साथ पाकिस्तान खालिस्तानी आतंकियों को इक्टठा कर भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है। इतना ही नहीं खालिस्तानी आतंकियों संगठनों के साथ मिलकर पाकिस्तान पंजाब में बेरोजगार युवाओं को पैसे का लालच देकर पंजाब को आतंक की गर्त में धकेल रहा हैं।
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पंजाब के तरनतारन मामले में इस बात का खुलासा हुआ कि आतंकवादी बम बनाने की कोशिश कर रहे थे। बता दें कि भारत की खुफिया एजेंसियों ने जुलाई माह में ही खुलासा कर दिया था कि पाकिस्तान में खालिस्तान समर्थकों के करीब दो दर्जन सदस्यों को हथियार चलाने व बम बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं।
ट्रेंड आतंकियों से कश्मीर और पंजाब में घुसपैठ करवाना ही पाक का मकसद
पिछले दिनों बम बनाते समय हुए ब्लास्ट के बाद गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद यह भी पता चला था कि पाकिस्तान में बैठे खालिस्तान जिंदा फोर्स (केजेएफ) प्रमुख रणजीत सिंह उर्फ नीटा और खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) प्रमुख परमजीत सिंह पंजवड़ इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। उन्हीं ने खुलासा किया था कि पंजाब में कैसे पैसे की लालच में युवाओं को आंतकवादी बनाया जा रहा है। तरनारन में गिरफ्तार किए गए केजेएफ के चार आतंकियों ने यह भी कबूला था कि आईएसआई ने 23 अगस्त से 12सितंबर के बीच ड्रोन के माध्यम से हथियारों की खेप तरनतारन के खेमकरण सेक्टर में उतारी थी। इन आतंकियों से पांच एके 47 राइफल समेत अन्य हथियार बरामद हुए है।
वहीं पिछले दिनों इसका भी खुलासा हुआ था कि लगभग 25 खालिस्तानी सदस्यों के साथ जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तोयबा के 30 नए सदस्यों को भी समांतर ट्रेंड किया जा रहा था। इन दोनों ग्रुप्स के सदस्यों को एक साथ रखा गया था। हथियारों को पाकिस्तान से भारत पहुंचाने की कार्रवाई आईएसआई शुरु करवा चुका था। जबकि ट्रेंड किए जा रहे आतंकियों को बाद में कश्मीर और पंजाब में घुसपैठ करवाना ही पाकिस्तान का मकसद है।
ड्रंस की तस्करी भी करवा रहा पाक
केजेएफ प्रमुख रणजीत सिंह जर्मनी में बैठे आतंकी गुरमीत सिंह बग्गा उर्फ डाक्टर के साथ मिलकर भारत में खालिस्तान का खाका तैयार करने में जुटा हुआ है। वहीं खालिस्तान कमांडो फोर्स प्रमुख केसीएफ परमजीत सिंह पंजवड़ भी दोनों के साथ मिलकर पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा है। एक न्यूज एजेन्सी के खुलासे के बाद यह भी बात सामने आयी कि पाकिस्तान खालिस्तान सिखआतंकवादियों का इस्तेमाल कर पश्चिम और दक्षिण पूर्व एशिया में कालीन निर्यात के जरिए पंजाब में ड्रंस की तस्करी करवा रहा है। पाकिस्तान इस काम के लिए सिख आतंकियों का इस्तेमाल करता है। जिसमें केसीएफ चीफ परमजीत पंजवड़ भी शामिल हैं। वह 1994 से लाहौर में रहता है।
234 खालिस्तानी आतंकवादियों को किया जा चुका है अरेस्ट
बता दें पठानकोट एयरबेस और दीनानगर पुलिस थाने में हुए हमले को छोड़कर पंजाब में घटित आतंकी घटनाएं सीधे तौर से खालिस्तानी से जुड़ी हैं। आईसीएम के पोर्टर के आंकड़ों के मुताबिक 2010 से 28 अप्रैल 2019 तक पंजाब में 234 खालिस्तानी आतंकवादियों को अरेस्ट किया जा चुका है। यह आतंकी प्रमुख रुप से खालिस्तानी आतंकी समूहों से जुड़े हुए हैं।
लश्कर-ए-तोयबा
देती
हैं
ट्रेनिंग
पाकिस्तान की खूफिया एजेन्सी के निदेर्शों पर लश्कर-ए-तोयबा बब्बर खालसा इंटरनेशनल और इंटरनेशनल सिख यूथ फैडरेशन के आतंकवादियों को जम्मू क्षेत्र के माध्यम से भारत में घुसपैठ करने का प्रशिक्षण देती है। एक रिपार्ट के अनुसार कुछ समय पूर्व आईएसआई ने सिख आतंकी संगठनों के नेताओं से कहा था कि आपको हमारे यहां रहने की कीमत चुकानी होगी।आपको भारत में एक बार फिर आतंकवाद फैलाना होगा।
पाक कहता है भारत पर हमला करो या फिर हमारा देश छोड़ दो
31 दिसंबर 2001 में भारत की संसद पर हुए हमले को देखते हुए भारत ने पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश की थी और दिसंबर 2002 में पांच सिख आतंकवादियों सहित 20 आतंकवादियों का प्रत्यार्पण करने के लिए कहा। लेकिन पाकिस्तान ने ऐसा न करते हुए उसने आतंकवादियों को भरोसा दिलाया था कि वे वहां सुरक्षित हैं और भारत की इस मांग को स्वीकार नहीं किया जाएगा। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक आईएसआई कई बार इस संगठनों से कह चुकी है कि या तो भारत पर हमला करो या फिर हमारा देश छोड़ दो भारत ने 2008 में भी पाकिस्तान को इन आतंकियों की सूची पाकिस्तान को सौंपी थी मगर कोई साकारात्मक परिणाम नहीं निकले।
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