दादी-मां की तरह राहुल को भी महाकाल से आशीर्वाद की आस, क्या इतिहास सचमुच दोहराया जाएगा
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नई दिल्ली। पहले दादी इंदिरा गांधी और फिर मां सोनिया गांधी की तरह ही अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों में जीत की आस लिए राहुल गांधी महाकाल मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा अर्चना के साथ-साथ रुद्राभिषेक भी किया। कांग्रेस अध्यक्ष करीब 45 मिनट तक यहां रहे, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस मौके पर उनके साथ थे। राहुल गांधी के महाकाल दर्शन के बाद क्या सचमुच इतिहास दोहराया जाएगा...
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1979 में इंदिरा गांधी ने किया था महाकाल के दर्शन
दरअसल दिसंबर 1979 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी सत्ता में लौटने से पहले महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए पहुंची थीं। मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाशचंद सेठी 29 दिसंबर 1979 को इंदिरा गांधी को भस्मारती में शामिल कराने के लिए मंदिर लाए थे।
2008 में सोनिया गांधी महाकाल का आशीर्वाद लेने पहुंची
इंदिरा गांधी के बाद सोनिया गांधी भी साल 2008 में महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए आईं। हालांकि उस समय कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल नहीं हुई थी, हालांकि 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी जरूर सफलता मिली और उनके नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन ने केंद्र में दोबारा सरकार बनाने में कामयाब रही थी।
अब राहुल ने किया महाकाल मंदिर में पूजा और रुद्राभिषेक
कांग्रेस की दोनों दिग्गज नेताओं को महाकाल का आशीर्वाद मिला था। अब वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी चमत्कार की उम्मीद लिए महाकाल के दर्शन को पहुंचे। दरअसल मध्य प्रदेश में चुनावी रण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जमकर जोर-आजमाईश में जुटे हुए हैं। चुनावी रैलियां और रोड-शो के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष मंदिर में भी जीत आशीर्वाद लेने के लिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को राहुल गांधी ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन के साथ पूजा अर्चना की।
पीएम रहते हुए राजीव गांधी भी यहां आए थे दर्शन के लिए
ये कोई पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी महाकाल मंदिर आए हैं। 5 अक्टूबर 2010 को जब राहुल गांधी युवा कांग्रेस के सम्मेलन में उज्जैन पहुंचे थे, तब भी उन्होंने मंदिर पहुंचकर पूजा की थी। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए गए थे। राजीव गांधी 23 अप्रैल 1987 में प्रधानमंत्री रहते हुए मंदिर में दर्शन के लिए आए थे।
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क्या इतिहास सचमुच दोहराया जाएगा
बता दें कि उज्जैन का महाकाल मंदिर 12 ज्योतिर्लिंग में से एक हैं और इसे मध्य प्रदेश की राजनीति में भी अहम माना जाता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी जन आशीर्वाद यात्रा यहीं से शुरू की, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी यहां आ चुके हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी भगवान महाकाल को ये कहते हुए पत्र लिखा था कि वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना आशीर्वाद न दें। फिलहाल मध्य प्रदेश चुनाव महाकाल का आशीर्वाद किसके साथ जाता है ये तो चुनाव नतीजे सामने आने के बाद ही पता चलेगा। हालांकि राहुल गांधी ने जिस तरह से महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना की है, इसका असर मालवा क्षेत्र में जरूर पड़ेगा।
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