राजनीति नहीं, क्रिकेट था तेजस्वी यादव का पहला सपना, 5 साल तक इस IPL टीम का रहे हिस्सा
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव की मतगड़ना पूरी होने के बाद आज (10 नवंबर) ईवीएम में बंद राजनीतिक दलों की किस्मत का फैसला हो जाएगा। बिहार चुनाव को लेकर कई एग्जिट पोल में इलेक्शन के रिजल्ट की भविष्यवाणियां की गई हैं। ज्यादातर एग्जिट पोल बिहार में सत्ता बदलने की ओर इशारा कर रहे हैं। ऐसी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि आज होने वाली मतगणना में महागठबंधन भारी मतों से जीत दर्ज करेगी और बिहार के अलगे मुख्यमंत्री राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता और लालू प्रसाद यादव के सुपुत्र तेजस्वी यादव बन सकते हैं।
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राजनीति नहीं, क्रिकेट था तेजस्वी यादव का पहला सपना
बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी जीत की सुगबुआहट सुन तेजस्वी यादव ने भी जश्न की तैयारियां कर ली हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है 31 वर्षीय ये युवा नेता राजनीति के मैदान में अपने जलवे दिखाने से पहले क्रिकेट के मैदान पर अपने जलवे बिखेर चुका है। जी हां, तेजस्वी यादव का पहला सपना राजनीति नहीं बल्कि क्रिकेट था। तेजस्वी यादव क्रिकेट जगत के सबसे पसंदीदा टूर्नामेंट आईपीएल (IPL) में दिल्ली डेयर डेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) का भी हिस्सा रह चुके हैं।
11 साल की उम्र से शुरू किया क्रिकेट खेलना
9 नवंबर, 1989 को पटना में जन्मे तेजस्वी यादव ने मजह 11 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। उस समय उनके कोच एमपी सिंह हुआ करते थे। कोच एमपी सिंह ने एक इंटरव्यू में बताया था कि तेजस्वी अपने बॉडी गार्ड्स को क्रिकेट के मैदान से दूर रहने के लिए कहते थे ताकि दूसरे खिलाड़ियों का ध्यान भंग न हो। बचपन से ही क्रिकेट के प्रेमी तेजस्वी यादव को साल 2009 में झारखंड की टीम से एक प्रथम श्रेणी (फर्स्ट क्लास) मैच खेलने का मौका मिला।
झारखंड की तरफ से खेला रणजी
तेजस्वी यादव पहली बार रांची में रणजी ट्रॉफी प्लेट लीग में विदर्भ के खिलाफ मैच खेलने उतरे थे, हालांकि उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा और वह एक रन बनाकर ही आउट हो गए। लेकिन गेंदबाजी में उन्होंने सबको हैरान किया और 5 ओवर में सिर्फ 17 रन दिए। वहीं अपने दूसरी पारी में तेजस्वी ने 19 रन भी बनाए। इसके अलावा आरजेडी नेता ने दो लिस्ट-ए मैच (घरेलू वनडे) और चार टी-20 मैच भी खेले हैं। तेजस्वी के लिए सबसे बड़ा दिन उस समय था जब उन्हें आईपीएल में दिल्ली की टीम के लिए 2008 में सेलेक्ट किया गया।
कभी नहीं खेल पाए IPL का कोई मैच
तेजस्वी यादव साल 2008 से 2012 तक आईपीएल (IPL) में दिल्ली डेयर डेविल्स का हिस्सा रहे लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें कभी प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं मिला। तेजस्वी मध्य क्रम के बल्लेबाजी के अलावा वह गेंदबाजी में स्विंग कराने की कला जानते थे। एक बार जब लालू यादव से तेजस्वी के प्लेइंग इलेवन में न खेल पाने पर सवाल किया तो उन्होंने कहा था, कम से कम मेरा बेटे को खिलाड़ियों को पानी पिलाने का तो मौका मिला। हालांकि तेजस्वी का क्रिकेट करियर ज्यादा समय तक न चला और पिता लालू प्रसाद उन्हें राजनीति में ले आए।
2010 में राजनीतिक गलियारे की ओर बढ़ाया कदम
साल 2010 में आईपीएल का हिस्सा रहते हुए तेजस्वी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार शुरू किया। यही वह साल था जब उनके कदम राजनीतिक गलियारे की ओर बढ़े थे। तेजस्वी को अब इस फील्ड में अपनी काबिलियत दिखाने का बड़ा मौका मिला है। इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तेजस्वी ने कड़ी मेहनत की है, राज्य के युवा भी उनके भाषण और वादों से प्रभावित हुए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के युवाओं में मुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी यादव पहली पसंद हैं। अब यह देखने दिलचस्प होगा कि चुनाव के नतीजे किसके सिर सत्ता का ताज पहनाएगा।
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