लिव इन पार्टनर की हत्या से पहले मां-बाप को भी मारकर कर दफन कर चुका है उदयन दास
उदयन के रायपुर वाले मकान के आस-पास के रहने वाले लोगों ने पुलिस को बताया कि उदयन ने अपनी मां इंद्राणी और पिता वीके दास की मौत का कारण बीमारी बताया था।
रायपुर। भोपाल में अपनी लिव इन पार्टनर की हत्या कर घर में ही दफन करने वाले उदयन दास ने कबूल किया है कि उसने अपने मां-बाप की हत्या की थी और अपने रायपुर वाले मकान में उन्हें दफन कर दिया था। पुलिस आज उदयन को भोपाल से रायपुर ले गई और मकान की खुदाई कर हड्डियां बरामद किया है। पुलिस ने हड्डियों को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा है। पुलिस का कहना है कि डीएनए टेस्ट के रिपोर्ट के बाद ही यह तय होगा कि ये उदयन के माता-पिता का शव है।
पुलिस ने बताया कि उदयन ने मां-बाप की हत्या सिर्फ इसलिए की थी क्योंकि वो उसे नशा और फिजूल खर्च करने से रोकते थे। वहीं अबतक यह बात भी सामने आ रही थी कि उदयन दास साइको किलर है। लेकिन अब बंगाल पुलिस ने दावा किया है कि उदयन साइको नहीं है। उदयन के रायपुर वाले मकान के आस-पास के रहने वाले लोगों ने पुलिस को बताया कि उदयन ने अपनी मां इंद्राणी और पिता वीके दास की मौत का कारण बीमारी बताया था। इसे भी पढ़ें- बीजेपी MLA के प्यार में पागल जाहिदा डेट के बाद संभाल कर रखती थी यूज्ड कंडोम
मां-बाप की हत्या के बाद उदयन ने रायपुर वाला मकान बेच दिया और भोपाल आ गया। भोपाल के पुलिस अधीक्षक (दक्षिण भोपाल) सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि 'आरोपी उदयन दास ने पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने वर्ष 2010 में अपनी मां और बाप की हत्या कर दोनों के शवों को रायपुर स्थित आवास के बगीचे में दफना दिया था।
IIT पास आउट नहीं है उदयन
पुलिस ने बताया कि उदयन रायपुर के एक स्कूल से मात्र 12वीं कक्षा तक पढ़ा लिखा है। उदयन ने पुलिस को पहले दावा किया था कि वह आईआईटी दिल्ली से पढ़ा हुआ है। लेकिन पुलिस का कहना है कि छानबीन में पता चला है कि उदयन IIT पास आउट नहीं है। उसके माता-पिता की संपत्ति और पैसे के कारण उसका रहन-सहन काफी विलासितापूर्ण था। उन्होंने कहा कि उसके माता-पिता का एक फ्लैट दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी से 10,000 रुपये, रायपुर के फ्लैट से 7,000 रुपये तथा साकेत नगर स्थित मकान के भूतल का किराया 5,000 रुपये प्रतिमाह उसे मिलता था।
इसके अलावा पिता के संयुक्त खाते में 8.5 लाख रुपये की एफडी का ब्याज भी उसे मिलता था। पुलिस को संदेह है कि वह अपने माता-पिता के संयुक्त खाते से उनकी पेंशन की रकम भी निकाल लेता था। गौरतलब है कि उदयन के पिता वीके दास भेल में फोरमैन थे। उदयन की मां विध्यांचल भवन में एनालिस्ट की पोस्ट से रिटायर हुई थीं। मां की पेंशन लगभग 30 हजार रुपए आती है।