हवाला कारोबार और कैराना उपचुनाव में फंडिंग से जुड़े बृजपाल चौधरी के तार
नई दिल्ली। नोएडा अथॉरिटी के निलंबित इंजीनियर बृजपाल सिंह चौधरी के हवाला कारोबार से जुड़े होने और हाल ही में कैराना उपचुनाव में फंडिंग किए जाने के मामले में संलिप्ता की बात सामने आई है। इसको लेकर आयकर विभाग की एक रिपोर्ट को आधार बनाकर प्रवर्तन निदेशालय बृजपाल पर कार्रवाई कर सकता है। आयकर विभाग की टीम ने उपचुनाव में फंडिंग को लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, जिसमें कुछ बृजपाल के करीबी बताए गए हैं।
दो हफ्ते पहले बृजपाल सिंह के नोएडा सेक्टर 27 स्थित घर पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने छापेमारी कर बेनामी संपत्ति के अलावा कई होटलों के दस्तावेज जब्त किए थे। इसके अलावा नोएडा अथॉरिटी की कई महत्वपूर्ण फाइलें भी उनके घर से बरामद की गई थीं। इस छापेमारी में सिंह के गलत तरीकों से करोड़ों की सपंत्ति हासिल करने की बात सामने आई थी।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, इस छापे में बृजपाल के घर से जिन दस्तवेजों को जब्त किया गया, उसमें हवाला के जरिये बड़ी रकम खपाने की बात सामने आई है। बताया गया है कि रकम का इस्तेमाल कैराना उपचुनाव में हुआ। इस मामले का राजनीतिक जुड़ाव निकलने के बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम भी बृजपाल सिंह और उसके बेटे अंकुर चौधरी से पूछताछ कर सकती है।
काफी समय से इलाज के लिए कैलाश अस्पताल में भर्ती बृजपाल की रविवार को छुट्टी हो गई है। उसके अस्पातल में होने की वजह से आयकर विभाग और ईडी की टीमें उससे पूछताछ नहीं कर पा रही थीं। उसके घर आने के बाद उसकी बेनामी संपत्ति को लेकर जांच एजेंसियां अब तेजी ला सकती हैं।
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