मुंबईः जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद पर केस दर्ज, नहीं मिली कार्यक्रम की इजाजत
मुंबई। भीमा कोरेगांव हिंसा के बाद पूरे महाराष्ट्र में जिस तरह नफरत की आग फैली, उसने बहुत सारे सवाल पैदा कर दिए हैं, इस बारे में पुलिस ने अब तक 300 लोगों को हिरासत में लिया है तो वहीं दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र नेता उमर खालिद और गुजरात के विधायक और दलित कार्यकर्ता जिग्नेश मेवाणी पर सेक्शन 153(A), 505, 117 के तहत पुणे में एफआईआर दर्ज हुई है, इन दोनों पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है और इसी वजह आज दोनों के All India Student's Summit 2018 कार्यक्रम को मुंबई पुलिस ने इजाजत नहीं दी। ये दोनों नेता बतौर वक्ता छात्र भारती के कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे, छात्र भारती के उपाध्यक्ष सागर भालेराव ने इस बात की जानकारी दी है।
गौरतलब है कि 31 दिसंबर को मेवाणी और खालिद ने 'एल्गार परिषद' में हिस्सा लिया था, इस कार्यक्रम का आयोजन शहर के शनिवार वाडा में बीते 31 दिसंबर को भीमा-कोरेगांव की लड़ाई के 200 साल पूरे होने के मौके पर किया गया था। शिकायतकर्ताओं के मुताबिक यहीं पर मेवाणी और खालिद ने कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद हिंसा भड़की, जिसके बाद बुधवार को दलित नेता प्रकाश अंबेडकर की अगुवाई में कई संगठनों ने राज्य बंद बुलाया, इस दौरान मुंबई समेत कई इलाकों में हिंसा हुई. मुंबई पुलिस ने कुल 25 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है, इसके अलावा कुल 300 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
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#Mumbai: Students gathered for Chhatra Bharati event outside Bhaidas Hall, being forcibly removed pic.twitter.com/eGT36BvQov
— ANI (@ANI) January 4, 2018