कोरोना का नया वैरिएंट पिछले साल के मुकाबले ज्यादा चालाक, रखना होगा पूरा ध्यान: स्वास्थ्य मंत्रालय
नई दिल्ली, जून 15: कोरोना की दूसरी लहर से देश को थोड़ी राहत मिली है। संक्रमित ममालों में गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन मौतों के आंकड़ों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। इस बीच एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना को लेकर लोगों को अलर्ट किया है। साथ ही चेताते हुए कोरोना गाइडलाइन की पालन करने की अपील की है। नीति आयोग के सदस्य नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि अब हमें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर की स्थिति को लेकर मंगलवार को जानकारी दी गई। इस दौरान डॉ. वीके पॉल ने बताया कि कोरोना वायरस का नया वैरिएंट 2020 के मुकाबले ज्यादा चालाक हो गया है। अब हमें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। हमें ज्यादा सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा। मास्क लगातार पहने रखना होगा। इसके बिना परिस्थिति फिर खराब हो सकती है।
डॉ, वीके पॉल के मुताबिक कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने दूसरी लहर में प्रमुख भूमिका निभाई है। इस वैरिएंट का एक और एडिशनल म्यूटेशन है, डेल्टा प्लस कहा जा रहा है। इसे मार्च से यूरोप में देखा गया है और 13 जून को सार्वजनिक डोमेन में लाया गया था।
इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कोरोना की स्थिति के बारे में बताया कि देश में 9 लाख के करीब सक्रिय मामले बने हुए हैं। 20 राज्यों में 5,000 से कम सक्रिय मामले हैं। अन्य राज्यों में भी सक्रिय मामलों में कमी आ रही है। रिकवरी दर भी बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में देश में 1,17,525 रिकवरी हुई है। अब तक देश में कुल 26 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।
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वहीं नोवावैक्स वैक्सीन के बारे में उन्होंने कहा कि इसके परिणाम आशाजनक हैं। हम सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध आंकड़ों से जो सीख रहे हैं, वह यह है कि यह टीका बहुत सुरक्षित और अत्यधिक प्रभावी है। इसका उत्पादन भारत में किया जाएगा। क्लिनिकल ट्रायल किए जा रहे हैं और पूरा होने के अंतिम चरण में हैं।