गुजरात: रूपानी ने आनंदी के 'करीबियों' को चुन-चुनकर निकाला, मंत्रिमंडल में सिर्फ एक महिला मंत्री
अहमदाबाद। गुजरात में आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री पद संभालने वाले विजय रूपानी ने अपने मंत्रिमंडल में सिर्फ एक महिला को जगह दी है। आनंदी बेन के इस्तीफे के बाद उनकी करीबी मानी जाने वाली वासू त्रिवेदी को भी कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
छत्तीसगढ़, गोवा, असम और सिक्किम के बाद गुजरात भी उन राज्यों में शामिल हो गया, जहां सिर्फ एक महिला को मंत्री बनाया गया है। गुजरात सरकार में अकेली महिला मंत्री निर्मला वाधवानी हैं। गुजरात के मुकाबले, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान जैसे राज्यों में कम से कम तीन महिलाओं को मंत्री पद दिया गया है। वहीं, अगर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की बता करें तो उसमें सात महिलाओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। जो कि केंद्रीय मंत्रिमंडल का करीब 9 फीसदी प्रतिनिधित्व है।
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गुजरात
बना
था
पहला
राज्य
देश
में
सबसे
पहले
स्थानीय
निकाय
चुनावों
में
महिलाओं
को
50
फीसदी
आरक्षण
देने
वाला
राज्य
गुजरात
ही
है।
लेकिन
विजय
रूपानी
के
मुख्यमंत्री
बनने
के
बाद
ही
त्रिवेदी
को
बाहर
कर
दिया
गया।
अधिकारियों
के
मुताबिक,
गुजरात
के
बराबर
ही
मंत्रियों
की
संख्या
रखने
वाले
राजस्थान
में
तीन
महिलाओं
को
मंत्री
बनाया
गया
है
जबकि
मध्य
प्रदेश
की
शिवराज
चौहान
सरकार
में
30
में
से
पांच
मंत्री
पद
महिलाओं
को
दिए
गए
हैं।
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सौंपी
गई
है
ये
जिम्मेदारी
गुजरात
मंत्रिमंडल
की
इकलौती
महिला
मंत्री
निर्मला
वाधवानी
को
महिला
और
बाल
विकास
मंत्रालय
का
कार्यभार
सौंपा
गया
है।
साल
2012
में
हुए
विधानसभा
चुनावों
में
वह
चर्चित
सीट
नरोदा
विधानसभा
से
विधायक
चुनी
गईं।
उन्होंने
कांग्रेस
उम्मीदवार
को
करीब
58
हजार
वोटों
से
हराया
था।
नरोदा
सीट
गुजरात
दंगों
की
वजह
से
काफी
चर्चा
में
रही
है।