टेरर फंडिंग केस: मीरवाइज, नसीम गिलानी को NIA ने किया तलब
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में टेरर फंडिंग केस की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक और पाकिस्तान समर्थक हुर्रियत (जी) प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी को पूछताछ के लिए समन किया है। एनआईए अलगाववादी और आतंकियों की टेरर फंडिंग पर सरकार लगातार शिकंजा कसती जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जमात-ए-इस्लामी के साथ हुर्रियत के बड़े नेताओं के संबंध होने की बात भी सामने आई है। बता दें कि इससे पहले शब्बीर शाह समेत कई अलगाववादियों से एनआईए पूछताछ कर चुकी है।
एनआईए ने शनिवार को भेजे अपने समन में दोनों को सोमवार की सुबह 10:30 बजे नई दिल्ली में एनआईए मुख्यालय में पेश होने को कहा गया है। इससे पहले एनआईए ने 26 फरवरी को आतंकियों की फंडिंग से जुड़े मामले में मीरवाइज समेत कई अलगाववादी नेताओं के यहां छापेमारी की थी। एनआईए के दल ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मीरवाइज, नसीम गिलानी और तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष अशरफ सेहराई समेत कुछ अलगाववादी नेताओं के घरों पर तलाशी ली। इसमें कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बरामद किए गए थे।
एनआईए ने जेकेएलएफ के नेता यासीन मलिक, शब्बीर शाह, जफर भट और मसर्रत आलम के घरों पर भी तलाशी ली गई। मीरवाइज और सहराई को छोड़कर बाकी सभी नेताओं को कुछ समय के लिए जेल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि, मीरवाइज को एनआईए की ओर से तलब किए जाने की खबर फैलने के बाद से ही श्रीनगर के पुराने शहर में हालात तनावपूर्ण बन गए।
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