नेपाल में होल्डिंग जोन घटना के बाद एयर इंडिया के पायलट क्रू पर लगा प्रतिबंध
एयर इंडिया के पायलट क्रू पर नेपाल एविएशन ने अनिश्चितकाल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इस बात की जानकारी डीजीसीए और भारतीय उच्चायोग को दी गई है।
सिविल एविएशन अथॉरिटी ऑफ नेपाल ने एयर इंडिया के पायलट क्रू को अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दिया है। जिस तरह से होल्डिंग जोन में शुक्रवार को लापरवारी का मामला सामने आया था, उसके बाद नेपाल एविएशन अथॉरिटी ने यह कदम उठाया है। बता दें कि शुक्रवार को एयर इंडिया एयरक्राफ्ट 19000 फीट की बजाए 3700 फीट नीचे उतर आया था। जबकि विमान को नेपाल में सिमारा के आसमान की ऊंचाई पर रखा गया था। विमान के लैंड होने के बाद विमान के चालक दल से इस बारे में पूछताछ की गई थी, जिसके बाद पायलट इन कमांड ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए इसके लिए माफी मांगी थी। जिसके बाद काठमांडू टावर पर ड्यूटी पर तैनात 3 एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स को भी ग्रांउंड कर दिया गया था।
इस घटना में शामिल एयर इंडिया के पायलट क्रू पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही नेपाल की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने भारत में डीजीसीए को भी पत्र लिखा और इस बात की जानकारी दी है। इसके साथ ही भारतीय उच्चायोग को भी इस फैसले की जानकारी दी गई है। जिस तरह सेएयर इंडिया का विमान अपनी तय ऊंचाई से नीचे आया उसके बाद कम ऊंचाई पर उड़ान भर रहे नेपाल एयरलाइंस के विमान को अपनी ऊंडान में ऊंचाई को तब्दील करना पड़ा। एयर ट्रैफिक कंट्रोल को संभाल रहे तीन कर्मचारियों को भी ड्यूटी से हटा दिया गया है। इन लोगों को अगले नोटिस तक ड्यूटी से हटा दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार एयर इंडिया और नेपाल एयरलाइंस का विमान हवा में टकराने वाला था, लेकिन पायलट की सूझबूझ से यह हादसा टल गया। विमान में सैकड़ों यात्री सवार थे, जिनकी जान को खतरा हो सकता था, लेकिन एक बड़ा हादसा टल गया। इस घटना के बाद नेपाएल सिविल एविएशन अथॉरिटी ने सख्त रुख अख्तियार किया है। मलेशिया से नेपाल आ रहे नेपाल एयरलाइंस का विमान 15000 फीट की ऊंचाई पर था, इसी दौरान नई दिल्ली से काठमांडू आ रहा एयर इंडिया का विमान 15000 फीट की ऊंचा पर था और वह लैंडिंग के लिए नीचे आ रहा था। इस वक्त दोनों विमानों के बीच तकरीबन 3700 फीट की दूरी बची थी, लिहाजा दोनों विमानों के बीच टक्कर का खतरा बढ़ गया था। लेकिन नेपाल एयरलाइंस के पायलट ने राडार पर दूसरे विमान को देखने के बाद विमान को 7000 फीट नीचे उतार दिया, जिससे दोनों विमानों की टक्कर टल गई।