NASA ने जारी की सुपर साइकलोन 'अम्फान' की भयावह तस्वीर, उफान पर पहुंचकर मचा सकता है तबाही
कोलाकात। पश्चिम बंगाल के तटों के निकट महाचक्रवात (Cyclone) 'अम्फान' बड़ा खतरा बनता जा रहा है। मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा के साथ सिक्किम और मेघालय के लिए भी अलर्ट जारी किया है। वहीं बंगाल सरकार ने तटीय जिलों से एक लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इसके अलावा करीब डेढ़ लाख लोगों को निकाले जाने की प्रक्रिया चल रही है। इस बीच नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने बंगाल की खाड़ी में चक्रवात अम्फान की स्थिति को लेकर एक भयावह तस्वीर जारी की है।
अम्फान की तीव्रता हरीकेन के श्रेणी 5 स्तर की है
नासा की तरफ से जारी तस्वीर के मुताबिक महाचक्रवात अम्फान की तीव्रता हरीकेन के श्रेणी 5 स्तर की है। सैटेलाइट ने ये तस्वीर उस समय ली जब अम्फान भारतीय समुद्र तट के पास से होकर गुजरा था। इस तस्वीर के जरिए हर अम्फान तूफान की स्पीड का अंदाजा लगाया जा सकता है। नासा ने जानकारी दी है कि यह तूफान 16 मई को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व से उठा उष्णकटिबंधीय चक्रवात था जिसने रात में हरीकेन जैसा रूप ले लिया। आपको बता दें कि अम्फान सदी का सबसे बड़ा तूफान है इसलिए इसके रास्ते में आने वाले सभी राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है।
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पश्चिम बंगाल में NDRF की 19 टीमें तैनात
पश्चिम बंगाल में तबाही की आशंका को देखते हुए 19 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को पश्चिम बंगाल में तैनात किया गया है जिसमें से दक्षिण -24 परगना में 6 टीमें, पूर्वी मिदनापुर और कोलकाता में 4 टीमें, उत्तर -24 परगना में 3 टीमें, हुगली और हावड़ा में 1 टीम तैनात किए गए हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में भी चक्रवात तुफान ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है, यहां के समुद्र तट पर तेज हवाएं चल रही है और कई स्थानीय घरों में पानी घुसने की भी खबर सामने आई है।
तूफान का नाम क्यो पड़ा नाम अम्फान
बार इस तूफान का नाम थाईलैंड ने दिया है। दुनिया भर में तूफानों के नाम 5 कमेटियां फाइनल करती हैं. इन कमेटियों के नाम हैं: (1) इस्केप टाइफून कमेटी (2) इस्केप पैनल ऑफ ट्रॉपिकल साइक्लोन (3) आरए 1 ट्रॉपिकल साइक्लोन कमेटी (4) आरए- 4 (5) आरए- 5 ट्रॉपिकल साइक्लोन कमेटी। इन आठ देशों में अगर चक्रवात आता है तो भेजे गए नामों में बारी-बारी एक नाम चुना जाता है। भारत में 10 साल तक एक नाम दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता। साथ ही ज्यादा तबाही मचाने वाले चक्रवातों के नाम को निरस्त कर दिया जाता है। इस बार थाईलैंड की तरफ से भेजे गए तूफान का नाम चुना जाना था। इसलिए भारत में आए इस तूफान को अम्फान नाम दिया गया है।