नई दिल्ली। 'धनश्री का स्वभाव बहुत चंचल था। आज उसे सौ से भी ज़्यादा ट्यूब्स में देखकर दिल टूट जाता है। पहले वो घंटों तक खेला करती थी और उसे बिल्कुल भी थकान नहीं होती थी। आज घर उसके बिना सूना पड़ा है जैसे कोई श्मशान हो। पहले वो चहचहा कर हंसती थी लेकिन अब बस रोती हुई ही दिखाई देती है।' ये सब बताते हुए विश्वप्रिया की आंखें भर आती हैं।
पिछले 5 महीने से अस्पताल में है धनश्री
धनश्री को है गंभीर बीमारी
शादी के तीन साल बाद विश्वप्रिया को धनश्री के रूप में एक बेटी पैदा हुई थी। अबविश्वप्रिया की उम्र 34 साल है। वो कहती है कि जब धनश्री हमारी ज़िंदगी में आई थी तब हमने उसे भगवान का आशीर्वाद समझकर अपनाया था। मैं बहुत खुश थी, मुझे बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था कि मेरी नन्ही सी जान की ज़िंदगी खतरे में है। मुझे आज भी याद है जब डॉक्टर ने हमसे कहा था कि हमारी बेटी ट्रैकिएल वाल्व कोलाप्स से जूझ रही है। उस समय ये शब्द हमें समझ नहीं आए थे, बस इतना समझ आ गया था कि हमारी बेटी को कोई गंभीर बीमारी है।
1 साल की धनश्री ट्रैकोब्रोंकाइटिस से ग्रस्त
विश्वप्रिया का कहना है कि उसकी बेटी धनश्री एनर्जी से भरपूर हुआ करती थी। 7 महीने की उम्र तक वो बिल्कुल स्वस्थ थी। एक दिन धनश्री को उल्टी होनी शुरु हो गई और उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। मैंने उसे चादर में लपेटा और अपने पति के पास गई। धनश्री की हालत देखकर मेरे तो आंसू ही नहीं थम रहे थे। हम उसे सेलम के एक अस्पताल लेकर गए जो कि हमारे गांव से दो घंटे की दूरी पर स्थित है।
1 साल की धनश्री को सांस लेने में दिक्कत, कीजिए मदद
धनश्री ट्रैकोब्रोंकाइटिस से ग्रस्त
पूरे समय तक मैंने उसे अपने सीने से लगाए रखा। जैसे ही अस्पताल पहुंचे मैं बिल्कुल टूट चुकी थी। रोते हुए मैंने डॉक्टर से अपनी नन्ही सी जान की ज़िंदगी बचाने के लिए गुहार लगाई। धनश्री ट्रैकोब्रोंकाइटिस से ग्रस्त थी जिसकी वजह से उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। विश्वप्रिया को बताया गया कि उसकी 7 महीने की बच्ची को कई मुश्किल ट्रीटमेंट से गुज़रना होगा। वो बस इसी बारे में सोच रही थी कि उसकी छोटी सी बच्ची इतने दर्द को कैसे सहन कर पाएगी।
पिछले 5 महीने से अस्पताल में है धनश्री , कीजिए उसकी मदद
अब तक 3 सर्जरी हो चुकी है धनश्री की...
2 महीने तक उसे आईसीयू में रखा गया। उसे खतरे से बचाने के लिए अभी दो सर्जरी और होनी बाकी है जबकि अब तक 3 सर्जरी हो चुकी है लेकिन अभी तक उसकी हालत में कोई सुधार नहीं है। उसके परिवार को अपनी बेटी की बीमारी के इलाज के लिए लगभग 15 से 20 लाख रुपयों की ज़रूरत है और इसके लिए उन्हें अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से उधार तक लेना पड़ा।
धनश्री को पिता महीने में बस 3000 रुपए ही कमाते हैं...
धनश्री के जन्म से पहले मैं एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी किया करती थी लेकिन उसका ध्यान रखने के लिए मैंने नौकरी छोड़ दी। मेरे पति दर्जी है ओर महीने में बस 3000 रुपए ही कमाते हैं। इससे बस हम दो वक्त की रोटी का ही इंतज़ाम कर पाते हैं।
धनश्री को बचाने में आप भी कीजिए योगदान...
अभी धनश्री लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट पर है क्योंकि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि अभी उसे दो महीने तक अस्पताल में ही रखना पड़ेगा और उसके इलाज में 5 लाख रुपयों की और ज़रूरत पड़ेगी। अब उसका परिवार 5 लाख रुपए जितनी बड़ी रक़म जुटाने में लग गया है। विश्वप्रिया की धनश्री को बचाने में आप भी उसकी मदद कर सकते हैं।