दलित बच्चे की हत्या में महिला ने फंसाया था ब्राह्मण परिवार को, वसूल लिए थे 4 लाख
उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक दलित बच्चे की हत्या में नया मोड़ सामने आया है। 6 साल के दलित बच्चे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार ब्राह्मण परिवार इस मामले में बेकसूर साबित हुआ है। बच्चे की हत्या उसकी मां ने अपने देवर के साथ मिलकर की थी और एक ब्राह्मण परिवार पर इसका आरोप लगा दिया था।
मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक दलित बच्चे की हत्या में नया मोड़ सामने आया है। 6 साल के दलित बच्चे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार ब्राह्मण परिवार इस मामले में बेकसूर साबित हुआ है। बच्चे की हत्या उसकी मां ने अपने देवर के साथ मिलकर की थी और एक ब्राह्मण परिवार पर इसका आरोप लगा दिया था। सच्चाई सामने आने के बाद एससी-एसटी आयोग ने महिला के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करने के लिए केस दर्ज करने को कहा है। आयोग ने पुलिस को महिला को मिली आर्थिक मदद भी वापस वसूलने का आदेश दिया है।
बेटे की हत्या कर ब्राह्मण परिवार पर लगाया आरोप
मथुरा के नौहझील के भैरई गांव में 19 अगस्त को एक छह साल के दलित बच्चे की हत्या हो गई। बच्चे की मां ने इस हत्या का आरोप गांव के ब्राह्मण बच्चू पंडित और उसके परिवार के पांच अन्य लोगों पर लगाया। मां ने एससी-एसटी एक्ट के तहत इनपर केस दर्ज किया, जिसके बाद बच्चू पंडित को फौरन गिरफ्तार कर लिया गया। जब मामला एससी-एसटी आयोग के पास पहुंचा और इसकी छानबीन हुई तो सामने आया कि बच्चे की हत्या और किसी ने नहीं, बल्कि उसकी अपनी मां ने की थी।
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एससी-एसटी आयोग ने लिया संज्ञान
गुड्डी देवी नाम की महिला ने अपने देवर संग मिलकर छह साल के बेटे को मौत के घाट उतार दिया। ब्राह्मण परिवार पर हत्या का आरोप लगाकर उसने दलित की हत्या पर मुआवजे के तौर पर मिलने वाली 4.12 लाख की रकम भी ले ली। एससी-एसटी आयोग के चेयरमैन बृजलाल ने मामले में संज्ञान लेते हुए एसएसपी बबलू कुमार को महिला के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है। चेयरमैन ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग किसी को नहीं करने दिया जाएगा।
गिरफ्तारी के खिलाफ महिलाओं ने किया प्रदर्शन
उन्होंने एसएसपी को आदेश देते हुए महिला के खिलाफ झूठा केस करने के लिए कार्रवाई करने को कहा और उसे मिली मुआवजे की रकम वापस वसूल करने के आदेश दिए। उन्होंने कगा कि रकम देने से वो मना करें तो जमीन या घर की नीलामी से इसे वसूल किया जाए। दलित बच्चे के आरोप में बच्चू पंडित को 21 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। बच्चू पंडित के बचाव में नौहझील में महिलाओं ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया।
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