मनोज तिवारी बोले- ना तो मैंने इस्तीफा दिया है और ना ही किसी ने मांगा है
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी दहाई के आंकड़े को भी ना छू सकी और केवल 8 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी थी। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर कब्जा जमाया। इसके अगले दिन ऐसी खबरें मीडिया में आने लगीं कि दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की है। हालांकि, भाजपा सांसद ने इन खबरों से इनकार किया।
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मनोज तिवारी बोले- नहीं मांगा गया इस्तीफा
मनोज तिवारी ने मीडिया में चल रहीं इस्तीफे की पेशकश वाली खबरों को खारिज करते हुए कहा कि ना तो उनसे इस्तीफा देने के लिए कहा गया है और ना ही उन्होंने इस्तीफा दिया है। इसके पहले, खबरें आ रही थीं कि मनोज तिवारी ने इस्तीफे की पेशकश की तो पार्टी आलाकमान ने कहा कि फिलहाल इसकी जरूरत नहीं है। भाजपा को 48 सीटें मिलने का दावा करने वाले अपने ट्वीट के कारण दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी की जमकर किरकिरी हुई थी।
केजरीवाल को दी जीत की बधाई
वहीं, नतीजे आने के बाद मनोज तिवारी ने ट्वीट कर अरविंद केजरीवाल को बधाई दी। साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके कठिन परिश्रम के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि दिल्ली की जनता का जनादेश सिर माथे पर। मनोज तिवारी ने कहा, 'हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके, हम इसका आंकलन करेंगे। जब परिणाम हमारी उम्मीदों के अनुसार नहीं होते हैं तो हम निराश हो जाते हैं, लेकिन मैं अपने कार्यकर्ताओं से कहना चाहूंगा कि वे निराश न हों... 2015 की तुलना में हमारे जीतने का प्रतिशत बढ़ा है।'
'हम नफरत की राजनीति नहीं करते- मनोज तिवारी
मनोज तिवारी ने दिल्ली का जनादेश स्वीकारते हुए अरविंद केजरीवाल को बधाई देते हुए कहा कि उम्मीद है कि वह दिल्ली की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। वहीं, चुनाव में हुई हार के बाद इस्तीफे के सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा था, ''मैं प्रदेश अध्यक्ष हूं तो हार की जिम्मेदारी मेरी है, हम इसकी पूरी समीक्षा करेंगे।' मनोज तिवारी ने कहा, 'हम नफरत की राजनीति नहीं करते हैं, हम 'सबका साथ सबका विकास' की राजनीति करते हैं।'