जानिए क्यों मनोहर परिक्कर को बनाया जायेगा रक्षामंत्री?
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने खासमखास अरुण जेटली को कुछ राहत देने जा रहे हैं। यानी उनसे वित्त या रक्षा विभागों में से एक लिया जाएगा। जेटली ने खुद भी एक बार कहा था कि वे लंबे समय तक दोनों विभागों को नहीं देखेंगे। लेकिन यह निर्णय क्यों लिया गया है, यह अभी भी बहुत कम लोग ही जानते हैं।
राजधानी के सत्ता के गलियारों में खबरें हैं कि मोदी अपनी आगामी आस्ट्रेलिया यात्रा से पहले अपने कैबिनेट का विस्तार करेंगे। इसमें वे वित्त या रक्षा विभाग गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को दे सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक मोदी कैबिनेट का विस्तार बहुत जल्द ही हो सकता है। मोदी कैबिनेट का विस्तार 9 से 11 नवंबर के बीच कर सकते हैं। कैबिनेट के इस विस्तार में गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के कैबिनेट में शमिल होने की चर्चा जोरों पर चल रही है। उन्हें रक्षा मंत्रालय सौंपा जायेगा, जो फिलहाल जेटली के पास है। उनकी मोदी से हाल में राजधानी में मुलाकात भी हुई थी।
पर्रिकर को रक्षा मंत्रालय दिये जाने के कारण
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मनोहर
पर्रिकर
साफ-सुथरी
छवि
वाले
नेता
और
प्रशासक
हैं।
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प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
उन्हें
केन्द्र
में
लाना
चाह
रहे
हैं।
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अरुण
जेटली
पिछले
कई
दिनों
से
थोड़े
अस्वस्थ्य
हैं।
- जेटली पर जरूरत से ज्यादा जिम्मेदारियां हैं, जिन्हें मोदी कम करना चाहते हैं।
और कौन-कौन शामिल हो सकता है कैबिनेट में
नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी, जयंत सिन्हा, हंसराज अहीर और अनुराग ठाकुर का भी नाम सामने आ रहा है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में कुछ युवाओं को भी जगह मिल सकती है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 से 8 नवंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रहेंगे। जबकि 12 नवंबर को वह ऑस्ट्रेलिया में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए रवाना होंगे। सूत्रों का कहना है कि मोदी अपनी कैबिनेट में उन राज्यों को नुमाइंदगी देना चाहते हैं, जिनकी अभी कैबिनेट में नुमाइंदगी नहीं है।