हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए कैप्टन वरुण सिंह को PM मोदी ने किया याद, कहा- उनकी चिट्ठी मेरे दिल को छू गई
हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए कैप्टन वरुण सिंह को PM मोदी ने किया याद, कहा- उनकी चिट्ठी मेरे दिल को छू गई
नई दिल्ली, 26 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (26 दिसंबर) को अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारत के कोविड टीकाकरण अभियान की सराहना की है और कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन संस्करण के बारे में जनता को आगाह किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इसी के साथ कुन्नूर में आईएएफ हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए लोगों को भी याद किया है। पीएम मोदी ने देश के जनरल बिपिन रावत और ग्रुप कैप्टन वरुण को याद किया है।
'उनकी चिट्ठी मेरे दिल को छू गई...'
पीएम मोदी ने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को अपने मन की बात में याद किया है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह कुन्नूर में भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे एक मात्र शख्स थे। लेकिन बाद में अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने मन की बात में कहा, ''जब ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अस्पताल में थे, मैंने सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा देखा जो मेरे दिल को छू गया। इस साल अगस्त में ही उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। इस पुरस्कार के बाद, उन्होंने अपने स्कूल के प्रिंसिपल को एक पत्र लिखा, ये पत्र मेरे दिल को छू गई।''
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'इस पत्र को पढ़ने के बाद मेरे मन में ख्याल आया...'
पीएम मोदी ने आगे कहा, ''इस पत्र को पढ़ने के बाद मेरे मन में सबसे पहले यही ख्याल आया कि सफलता के शिखर पर पहुंचकर भी वह (ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह) जड़ों को सींचना नहीं भूले। दूसरा, जब उनके पास जश्न मनाने का समय था, तो उन्हें आने वाली पीढ़ियों की चिंता थी।"
आखिर पत्र में क्या लिखा था कैप्टन वरुण सिंह
ग्रुप कैप्टन वरुण ने शौर्य चक्र से सम्मानित होने के कुछ सप्ताह बाद 18 सितंबर 2021 को अपने स्कूल चंडीमंदिर स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य को एक चिट्ठी लिखी थी। इस पत्र में कैप्टन वरुण ने छात्रों को संबोधित किया था। कैप्टन वरुण ने लिखा था, 'औसत दर्जे का छात्र होने में कोई बुराई नहीं है। सभी छात्र 90 फीसदी नंबर नहीं ला सकते हैं। अगर आप स्कूल में औसत हैं तो इसका मतलब ये नहीं है कि पूरी जिंदगी औसत ही रहेंगे। इसलिए आप हमेशा अपने मन की सुनिए। जो भी आप करे, उसे बेहतर ढंग से करें और अपना बेस्ट दें।'