अर्नब मामले में महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने रायगढ़ के SP को भेजा समन, मांगी पूरी जानकारी
मुंबई। रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी के निशाने पर मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार है तो वहीं दिल्ली से लेकर भोपाल तक लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है तो इसी बीच महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने रायगढ़ एसपी को कारण बताओ नोटिस भेजा है, जिसमें उनसे शुक्रवार सुबह 11 बजे सारे सबूतों और कागजों के साथ आयोग के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। मालूम हो कि अधिवक्ता आदित्य मिश्रा ने अर्नब गोस्वामी की अवैध गिरफ्तारी के खिलाफ महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग के समक्ष एक याचिका दायर की थी और मामले पर तत्काल विचार करने का आह्वान किया था।
जिस पर एक्शन लेते हुए आयोग ने आज एसपी को नोटिस भेजा है। गौरतलब है कि अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) को कल सुबह मुंबई पुलिस ने उनके घर से इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक को आत्महत्या के लिए उकसाने के दो साल पुराने केस में गिरफ्तार करके कल देर रात कोर्ट के समझ पेश किया था जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें 14 दनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
कोश्यारी से मिले विधायक राम कदम
मालूम हो कि गोस्वामी के मसले पर आज भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक राम कदम (Ram Kadam) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) से मुलाकात की है और उनसे अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) से मारपीट करने वाले 9 पुलिस वालों को तुरंत सस्पेंड करके, जांच की मांग की है।
गौरतलब है कि अर्नब ने मुंबई पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाया है, कल सुबह पुलिस अर्नब को अरेस्ट करके ले जा रही थी, तब अर्नब ने मुंबई पुलिस पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्हें परिवार से बात करने से भी रोका गया है, पुलिस ने उनके परिवार वालों के साथ भी मारपीट की है और उनके बेटे को भी धक्का दिया था। जबकि इसके बाद इनके वकील ने दावा किया था कि मुंबई पुलिस ने अर्नब को बेल्ट से पीटा था ,उनके हाथ में खरोंच भी आई है और उनके परिवार के साथ भी मुंबई पुलिस ने धक्का-मुक्की की थी।
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