सीबीआई जज से लालू बोले, मेरे साथ आम कैदियों की तरह बर्ताव हो रहा, जानिए क्या जवाब मिला
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रांची। चारा घोटाले में साढ़े तीन साल की सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव जेल में उनके साथ किए जा रहे बर्ताव से दुखी हैं। आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव सीबीआई के जज से शिकायत की है कि उन्हें सिर्फ 3.5 साल की सजा होने के बाद भी उनके साथ अन्य कैदियों की तरह बर्ताव किया जा रहा है। बुधवार को जब लालू प्रसाद यादव सीबीआई कोर्ट में पेश हुए थे तो वह उन्होंने सीबीआई कोर्ट के जज से ना सिर्फ उनके साथ किए जा रहे बर्ताव पर नाराजगी जताई बल्कि जज से साथ उनकी हल्की नोंकझोंक भी हो गई।
हर कोई एक समान
लालू यादव अपने अलग लहजे के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने उसी मजाकिया लहजे में सीबीआई जज शिवपाल सिंह से शिकायत भरे अंदाज में कहा कि मुझे आम कैदियों की तरह से जेल में रखा जा रहा है, जिसपर जज ने कहा कि कानून सबके लिए समान है, जिसमे बड़े नेता भी आते हैं। इससे पहले जब जस्टिश शिवपाल ने लालू को 3.5 साल की सजा सुनाई थी तो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें 2.5 साल की कैद की सजा सुनाने की अपील की थी, जिसपर जज ने कहा कि आप इस तरह क्यों कह रहे हैं, आपको ऐसा नहीं कहना चाहिए।
दही-चूड़ा नहीं मिला
मकर संक्राति आने में कुछ ही दिन बचे हैं, इसपर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि वह जेल में थे, जिसकी वजह से वह दही चूड़ा नहीं खा सके, इसपर जस्टिस शिवपाल ने कहा कि हम यहीं दही चूड़ा खा लेंगे, मैं आपके लिए मंगवाता हूं। लेकिन लालू ने कहा कि नहीं सर यह यादवों की चीज है, अगर मैं आपके साथ दही-चूड़ा खाता हूं तो मैं सिवान के सैयद शहाबुद्दीन की तरह मुश्किल में पड़ जाउंगा, जिसके बाद कोर्ट में मौजूद हर कोई हंसने लगा।
लगानी पड़ेगी भारी सुरक्षा
इससे पहले लालू प्रसाद यादव ने शिकायत की थी कि उन्हें जेल के भीतर पार्टी उन्हें किसी से मिलने नहीं दिया जाता है। इसपर जज ने कहा कि आगंतुकों को जेल मैनुअल के अनुसार ही मिलने दिया जा सकता है, इसीलिए मैं आपसे कहता हूं कि आप खुली जेल में रहिए। इसपर लालू प्रसाद ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो अगर कार्यकर्ताओं को खुले जेल में आने से रोका गया तो बड़े स्तर पर हिंसा हो सकती है, इसके बाद झारखंड के 20000 पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में तैनात करना पड़ेगा, जिसपर जस्टिस शिवपाल ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होगा।