LAC ROW : अनुराग ठाकुर का राहुल पर वार, 'राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी चंदे' पर चुप्पी के लिए निशाना साधा
राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि जब चीन युद्ध की तैयारी कर रहा था, तब भारत सरकार "सो रही" थी और खतरे को नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही थी।
भारत-चीन मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है। राहुल के बयान को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर लगातार हमलावार है। अब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। अनुराग ठाकुर ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''जिस समय डोकलाम में भारतीय सेना के जवान चीन की आर्मी से लड़ाई कर रही थी, उस समय राहुल गांधी चीन के अधिकारियों के साथ 'कुछ खाने में व्यस्त थे।'' बता दें, राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि जब चीन युद्ध की तैयारी कर रहा था, तब भारत सरकार "सो रही" थी और खतरे को नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही थी।
ठाकुर ने कहा, ''डोकलाम गतिरोध के दौरान जिन लोगों को चीनी अधिकारी के साथ कुछ खाते हुए देखा गया था, उन्हें सवाल नहीं उठाना चाहिए। मुझे नहीं पता कि वह अधिकारी कौन था।"
केंद्रीय मंत्री ने राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा चीन से अनुदान लेने के आरोपों पर उनकी चुप्पी के लिए भी राहुल पर हमला किया। उन्होंने कहा, ''तवांग पर हमसे सवाल करने से पहले, राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए, क्या वह चीनी अधिकारियों के साथ थे, जब भारतीय सेना डोकलाम मुद्दे पर चीन के सैनिकों से लड़ रही थी? क्या उन्होंने उस समय हमारी सेना पर सवाल उठाया था? क्या राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीनी अधिकारियों से फंडिंग ली थी?"
कमल हसन भी होंगे भारत जोड़ो यात्रा में शामिल, राहुल गांधी के साथ दिल्ली में करेंगे पैदल मार्च
अनुराग ठाकुर ने आगे दावा किया कि यूपीए शासन के दौरान तत्कालीन सरकार ने सशस्त्र बलों को बुलेटप्रूफ जैकेट या राफेल लड़ाकू जेट के साथ सशक्त नहीं किया। बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के दौरान आतंक के खिलाफ भारत की कार्रवाई को सूचीबद्ध करते हुए ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा अपनाया गया दृष्टिकोण आतंकवाद के लिए जीरो टॉलरेंस है। उन्होंने कहा कि निर्णायक कार्रवाई ने हमें निश्चित परिणाम दिए हैं। अगर आप सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट स्ट्राइक को देखें और आतंकियों के खिलाफ एक के बाद एक स्ट्राइक करें तो 2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद में 168 फीसदी की कमी आई है।