कर्नाटक: रेड्डी समुदाय के 300 लोगों ने की बैठक, बीजेपी को मिल सकता है फायदा
कर्नाटक विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुई रेड्डी समुदाय की बैठक के कई मायने निकाले जा रहे हैं
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों ने तैयारियां तेज कर दी है। इसी बीच कर्नाटक का रेड्डी समुदाय एक नया समीकरण बनाने की कोशिश में है जिसका फायदा बीजेपी को हो सकता है। बेंगलुरू में करीब 300 रेड्डी समुदाय के लोगों ने बैठक की जिसमें 50 हजार करोड़ के खदान घोटाले के मामले में आरोपी जनार्दन रेड्डी भी शामिल हुए थे। मिली खबरों के मुताबिक बैठक का मकसद कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हराने की प्लानिंग करना था।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुई रेड्डी समुदाय की बैठक के कई मायने निकाले जा रहे हैं। मिली खबरों के मुताबिक खदान घोटाले पर जमानत चल रहे जनार्दन रेड्डी ने कहा कि बीजेपी के आला नेता कांग्रेस के बड़े नेताओं को हराने के लिए रेड्डी समुदाय की मदद चाहते है। जनार्दन रेड्डी ने कहा कि बीजेपी ने नेता सीएम सिद्दारमैया को हराने के लिए रेड्डी समुदाय की मदद चाहते है।
आपको बता दें कि रेड्डी बंधुओं का नाता बेल्लारी से है और बेल्लारी से गांधी परिवार का नाता अमेठी और रायबरेली की तरह है। यहां से 1999 में उनकी मां सोनिया गांधी ने बीजेपी नेता सुषमा स्वराज को लोकसभा चुनाव में हराया था। उस चुनाव के दौरान राहुल गांधी अपनी मां के साथ कई दिनों तक प्रचार अभियान पर रहे थे। माना जाता है कि कर्नाटक की सत्ता में कांग्रेस की वापसी कराने में बेल्लारी सीट का बहुत बड़ा योगदान रहा है। सात साल विपक्ष में बैठने के कांग्रेस कर्नाटक की सत्ता पर काबिज हो पाई थी। साल 2010 में तत्कालीन विपक्षी नेता सिद्धारमैया ने 'खदान माफिया रेड्डी बंधुओं' के खिलाफ बेंगलुरु से बेल्लारी तक पदयात्रा निकाली थी। यह पदयात्रा कांग्रेस के पक्ष में रही और आगे चलकर इसी की बदौलत वहां सरकार बन पाई।
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