चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा से मुलाकात के दौरान रो पड़े जस्टिस अरुण मिश्रा, जज लोया केस की कर रहे हैं सुनवाई
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के जजों के साथ अनौपचारिक मुलाकात की। खबर है कि इस मुलाकात के दौरान दिवंगत सीबीआई जज लोया के केस की सुनवाई करने वाले जस्टिस अरुण मिश्रा रो पड़े। जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि उनकी 'ईमानदारी' और 'क्षमता' पर सवाल उठाकर उन्हें 'गलत तरीके से निशाना' बनाया गया है।
'बिना नाम लिए मुझे बनाया गया'
इस अनौपचारिक मुलाकात के दौरान जस्टिस अरुण मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों की प्रेस कांफ्रेस के बारे में बोलते हुए कहा कि भले ही जजों ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान उनका सार्वजनिक तौर से नाम नहीं लिया लेकिन उन्होंने दिवंगत सीबीआई जज लोया समेत जो मामले उठाये उनसे यहीं नतीजा निकलता है।
जस्टिस चेमलेश्वर ने कहा- नहीं हैं आपके खिलाफ
जस्टिस अरुण मिश्रा ने पूर्व न्यायाधीशों जेएस खेहर और टीएस ठाकुर के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें तब भी कई बार अंत्यत महत्वपूर्ण मामले सौंपे गए थे। उन्होंने कहा कि वे अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं और उनके ऊपर काम का जररूरत से ज्यादा बोझ है। जिसके बाद जस्टिस चेमलेश्वर ने जस्टि अरुण मिश्रा के कंधे पर हाथ रखकर कहा कि वे या कोई भी सुप्रीम कोर्ट का सदस्य उनके खिलाफ नहीं है। वे बस मुद्दे को उठाना चाहते थे। बता दें कि जिन 4 सुप्रीम कोर्ट के जजों ने प्रेस कांफ्रेस की थी उनमें जस्टिस चेमलेश्वर भी शामिल थे।
'चारों जजों के खिलाफ करें कार्रवाई'
बाद में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस अरुण मिश्रा को लेकर अपने चेंबर में ले गए। इस सबके बाद, एक सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता, आरपी लुथरा ने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की कोर्ट के समक्ष कहा कि 'संस्थान को बर्बाद करने की साजिश हो रही है' और उन्होंने चीफ जस्टिस से चारों जजों के खिलाफ कार्रवाई की अपील की।